संभावित विश्व विभीषिका से बचने हेतु गांधी का अनुसरण एवं आवश्यकता-वी.पी.सोनी,कुलाधिपति,एकेएस वि.वि.सतना
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सतना। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 वें जन्मदिवस पर वर्षभर चलने वाले कार्यक्रमों की कडी में एकेएस विवि में अपने विचार व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी.पी.सोनी ने कहा कि हम सत्य अहिंसा के पुजारी गाॅधी का संदेश दुनिया को किस रूप में देना चाहते है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जरा सोचिए- वर्तमान समय में दुनिया में 20 हजार से ज्यादा परमाणु बम एवं हाइड्रोजन बम तैयार है। कई लाख टन रासायनिक हथियार तथा जैविक हथियार मौजूद है। इसके साथ ही पूरे जोर शोर से विश्व के अनेक हिस्सों से युद्ध की तैयारियोंकी बात सामने आ रही है। नये-नये विध्वंसक और खतरनाक हथियार बनाये जा रहे है। दुर्भाग्य से भी यदि परमाणु युद्ध हो जाता है तो पूरे संसार के जीव-जन्तु और मानव का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। फिर नये सिरे से दुनिया को आबाद होने में लाखों वर्ष लगेंगें। पता नहीं वे जीव-जन्तु मानव कैसे होंगें। इस विभीषिका से बचने के लिए हमें सत्य अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी का अनुसरण करना होगा। क्यों न हम दुनिया एवं वर्तमान सभ्यता को बचाने के लिए- ’’शक्तिशाली, संप्रभुता सम्पन्न, जनतांत्रिक एवं लोक कल्याणकारी विश्व सरकार’’ पर विचार करें। यह कैसे सम्भव है? पहल कैसे करनी होगी?यही गांधी जी का सच्चा उपहार विश्व को देना होगा। विश्व बंधुत्व, विश्व कुटुम्बकम को साकार रूप देना होगा। शासन प्रणाली कैसी होगी? पर विस्तार से समस्त जानकारी ूूूण्ूवतसकहवअजण्वतह पर दी गई है।