एकेएस वि.वि. में अतुल्य ग्रुप के सलाहकार की विजिट कांट्रैक्ट फार्मिंग, माइक्रो फाइनेंस, मनी ट्रांसफर इत्यादि पर विस्तृत विमर्श
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सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना में क्षेत्र के किसानों के आर्थिक उत्थान हेतु एक बृहद चर्चा का आयोजन कराया गया। जिसमें अतुल्य ग्रुप के द्वारा कृषकों के हितार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी संजीव मसालिया ने वि.वि. के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ क्षेत्र के 200 आमंत्रित कृषकों से साझा कीं। वि.वि. के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य कृषकों को उनकी कृषि पैदावार का उचित मूल्य प्रदान करवाना है। इसी कड़ी में भारत तथा अफ्रीका के देशों में कृषि क्षेत्र में वृहद योजनाओं को संचालित करने वाले अतुल्य ग्रुप का क्षेत्र के किसानों से परिचय कराना है। श्री मसारिया ने अतुल्य ग्रुप की विभिन्न गतिविधियों के बारे में प्रकाश डालते हुए बताया कि अतुल्य ग्रुप का मूल उद्देश्य कृषि को लाभ का धंधा बनाना है। अतुल्य ग्रुप के सलाहकार मि. मसालिया ने बताया कि कांट्रैक्ट फार्मिंग के तहत कृषकों से विभिन्न फसलों जिनमें अनार, प्याज, तरबूज, खरबूज, कुकंबर जैसी फसलें लाभ का व्यवसाय होती हैं। वि.वि. द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 200 कृषकों के समूह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हर जिले से अतुल्य ग्रुप को कम से कम 200 किसानों से कांट्रैक्ट करना है। एकेएस वि.वि. की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि कृषकों की चिंता एक सामाजिक सरोकार है और वि.वि. ने इसका विशेष ध्यान रखा जिसके लिये वि.वि. बधाई का पात्र है। उन्होंने माइक्रो फाइनेंस, मनी ट्रांसफर, विंड एनर्जी के पावर प्लांट, सोलर एनर्जी के पावर प्लांट, थर्मल पावर प्लांट्स के बारे में भी जानकारी दी। उपस्थित कृषक समूह से उनकी व्यापक चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि कृषकों को बताई गई फसलों से उत्तम लाभ लेने की ट्रेनिंग भी प्रदान की जायेगी। उन्होंने वि.वि. द्वारा संचालित एग्रीकल्चर के विभिन्न कोर्सेस की भी जानकारी ली और उन्हें भविष्योन्मुखी और रोजगारपरक बताया। इस मौके पर वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के. बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, एग्रीकल्चर डीन डाॅ. आर.एस. पाठक, डाॅ. नीरज वर्मा, डाॅ. कौशिक मुखर्जी के साथ वि.वि. के एग्रीकल्चर संकाय के फैकल्टीज ने भी विभिन्न आयामों पर चर्चा की ओर भविष्य के लिए एक और बृहद कार्यक्रम आयोजन की रुपरेखा बनी।