एकेएस वि.वि. सतना में आयोजित जीनोमिक्स एवं बाॅयोइन्फार्मेटिक्स पर राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन बाॅयोटेक विभाग को मिली कल्चर कलेक्शन सेंटर की सौगात
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एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् भोपाल म.प्र. के वित्तीय सहयोग से रिसंेट एडवासेंस इन जिनोमिक्स एवं बाॅयोइन्फार्मेटिक्स विषय पर केन्द्रित सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का सफल आयोजन का भव्य समापन वि.वि. के सभागार में किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. अखिलेश पाण्डेय, चेयरमैन म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, भोपाल के द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. आर.सी. दुबे अधिष्ठाता, जीवन विज्ञान संकाय गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार, विशिष्ट अतिथि डाॅ.पवन जुटूर अंतरर्राष्ट्रीय अनुवांशिक अभियांत्रिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी संस्थान नई दिल्ली, प्रो. पी.के. बनिक कुलपति एकेएस विश्वविद्यालय, सतना एवं इंजीनियर अनंत कुमार सोनी चेयरमैन, एकेएस विश्वविद्यालय सतना रहें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. आर.सी. दुबे ने अपने उद्बोधन के दौरान माइक्रोबियल डायवर्सिटी के महत्व एवं अनुप्रयोगों के विषय में विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया एवं छात्र-छात्राओं को शोध के नए पहलूओं से अवगत कराया तथा विभाग को इस कार्यशाला के सफल आयोजन हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डाॅ. पवन जुटूर जी ने आधुनिक समय के शोध प्रारूप में एलगल जिनोमिक्स एवं बाॅयोइन्फार्मेटिक्स के संयुक्त समाकलन के सम्बन्ध में अपने वक्तव्य के माध्यम से महत्वपूर्ण बिन्दुओं को चिन्हित करते हुए विभाग को इस दिशा में कार्य करने हेतु प्रेरित किया। विश्वविद्यालय के मान्नीय कुलपति महोदय प्रो. पी.के. बनिक जी ने विभाग को कार्यक्रम क सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए मध्यप्रदेश ही नहीं वरन् भारत के विभिन्न सुप्रतिष्ठित शोध संस्थानों से पधारे हुए अतिथियों के वक्तव्यों का प्रत्यक्ष रूपान्तरण करने का सन्देश छात्र-छात्राओं को दिया। विश्वविद्यालय के मान्नीय चेयरमैन इंजी. अनंत कुमार सोनी जी ने विभाग की उत्तरोत्तर उन्नति हेतु शुभकामना प्रेषित करते हुए शोध की नवीनतम् ऊँचाइयों की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया एवं यह भविष्य में विभाग में शोध से सम्बन्धित गतिविधियों में निरन्तर अग्रसर होने आह्वान किया। कायक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. अखिलेश पाण्डेय, चेयरमैन म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, भोपाल जी ने विभाग को मध्यप्रदेश के प्रथम माइक्रोबियल कलेक्शन संेटर रूप में विकसित करने की घोषणा की साथ ही विभाग में रोग परीक्षण एवं विश्लेषण इकाई को स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की जिससे भविष्य में चिकित्सकों को विभिन्न असाध्य बीमारियों के निदान हेतु मदद मिल सकेगी तथा सूक्ष्म जीवों के आईडेंटीफिकेशन एंटी बायोटिक सेंसिटीविटी परीक्षण के पाश्चात् पर्सनालाइज्ड मेडिसिन के विकास के द्वारा सम्पूर्ण मानव जाति के लिए रोग प्रतिरोधकता एवं निदान के क्षेत्र में आभूतपूर्व सहयोग मिल सकेंगा। अतिथियों का स्वागत प्रो. आर.एन. त्रिपाठी के द्वारा कराया गया कार्यक्रम का प्रतिवेदन आॅर्गनाईजिंग सेक्रेटरी डाॅ. कमलेश चैर के द्वारा प्रस्तुत किया गया। मंच संचालन डाॅ. दीपक मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथियांे के द्वारा कार्यशाला के प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। अतिथियों को मोमेन्टो भी प्रदान किए गए।