एकेएस वि.वि.के छात्रों ने आस्ट्रेलिया,एस्टोनिया के विशेषज्ञों से जाना क्लाउड अन्तर्राष्ट्रीय अनुसंधान कार्यशाला में जानी ‘‘लूप कम्प्यूटिंग‘‘
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क्लाउड कम्प्युटिंग आई.टी. सेक्टर का अहम क्षेत्र है। क्लाउड कम्प्युटिंग इण्टरनेट आधारित प्रक्रिया है। जिसमें कम्प्यूटर एप्लीकेशन का इस्तेमाल लिया जाता है। जैसे गूगल ड्राइव एवं ड्राप बाॅक्स जो व्यवसायिक क्षेत्र में आॅनलाइन उपलब्ध कराया जाता है। वेब ब्राउजर का इस्तेमाल कर इस तक पहुंचा जा सकता है। क्लाउड कम्प्यूटिंग तकनीक समय की बचत, डाटा भण्डारण में सुगमता, एप्लीकेशन प्रबंधन खर्च आदि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्लाउड कम्प्युटिंग का माॅडल काफी सुविधाजनक है जिसे हम कुछ घंटो के लिए भी किराए से ले सकते है। कार्यशाला के बाद छात्रों में उत्साह रहा और उन्होने इसे काफी लाभप्रद बताया। कार्यशाला मे सीएस विभाग के छात्र तुषाराद्रि सिंह चंदेल, सुभाषीश दास, (बी.टेक कम्प्यूटर सांइस) तथा फैकल्टी सुभद्रा शाॅ ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में क्लाउड कम्प्यूटिंग विषय पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय अनुसंधान कार्यशाला मंे सहभागिता दर्ज की। गौरतलब है कि कार्यशाला में विश्व के जाने-माने वक्ता प्रो. राजकुमार बुइया (मेलबर्न युनिवर्सिटी, आस्ट्रेलिया, प्रो. देबाशीष शाहा (आई.आई.एम. कलकत्ता) प्रो. सतीश नारायण श्री रामा (टार्टू विश्वविद्यालय, एस्टोनिया), कार्तिक भारद्वाज (मेघ सेवा प्रा.लि., सिडनी), करन मित्रा (लूलिया विश्वविद्यालय, स्वीडन) ने विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया।