अमेरिकन ट्रैन्कर के आमंत्रण पर इंडोनेशिया सीमेंट प्लाॅट की विजिट की एकेएस के इंजी डीन ने मैकेनिकल पद्धति बिना ब्लास्टिंग किए करती है कार्य -डाॅ.प्रधान
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एकेएसयू के इंजी. डीन डाॅ. प्रधान ने बताया कि जावा द्वीप समूह के सुको भूमि स्थित‘‘श्याम सीमेंट कंपनी‘‘ लाइम स्टोन खदान बिना ब्लास्टिंग के कार्यरत है। यहां पर खनन प्रक्रिया में हार्ड लाइम स्टोन में बारूद का प्रयोग न करते हुये मैकेनिकल पद्धति का प्रयोग किया जा रहा है। स्टोन काटने के लिए इसी पद्वति का प्रयोग होता है। यह तकनीकी खदान के बगल में स्थित सीमेंट प्लांट में इस्तेमाल की जाती है। यहां पर ट्रैंकर अमेरिका के चार उच्च क्षमता संपन्न सरफेस माइनर भी कार्यरत है। उन्होने बताया कि विजिट के दौरान उनकी इस विषय पर श्याम सीमेंट के डायरेक्टर तथा ट्रैन्कर के दक्षिण पूर्व एशियाई मुख्य के साथ भी विस्तृत चर्चा हुयी।
सरफेस माइनर है अतिउपयोगी और अहम
उन्हांेने कहा कि यही सरफेस माइनर हमारे देश के बहुत सारे खदानों में भी प्रयोग में लाया जा सकता है। भविष्य में एकेएस वि.वि. के छात्र भी तकनीक से परिचित होने के बाद विदेश और देश की कंपनियों में कार्य हेतु दक्ष होगें और कॅरियर के उच्च मुकाम पर पहुॅचेंगें। उल्लेखनीय है कि एकेएस विश्वविद्यालय के इंजी. डीन डाॅ. जी.के. प्रधान ने अमेरिकन ट्रैन्कर के आमंत्रण पर इंडोनेशिया सीमेंट प्लांट की विजिट की और इंडोनेशिया सीमेंट प्लांट में चल रहे खनन तकनीक का अध्ययन किया। एकेएस की ख्याति के बारे में बताते हुए इंजी. डीन ने बताया कि एकेएस वि.वि.की शिक्षा प्रणाली के बारे में यहाॅ चर्चा हुई और सभी ने इसकी मुक्त कंठ से प्रशंशा की।
इन्होने दी डाॅ.प्रधान को शुभकामनाऐं
वि.वि.के कुलाधिपति बी.पी.सोनी,कुलपति पारितोष के बनिक,चेयरमैन अनंत कुमार सोनी एवं समस्त संकायों के डीन,डायरेक्टर्स एवं विभागाध्यक्षों, ने शुभकामनाऐं दीं हैं।