इण्डिया इन्टरनेशनल सेन्टर, नई दिल्ली में आयोजित ‘‘विश्व स्वच्छता सम्मेलन‘‘मे एकेएस विश्वविद्यालय की सहभागिता
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12 से 13 दिसम्बर 2016 को इण्डिया इन्टरनेशनल सेन्टर, नई दिल्ली में ‘‘नेशनल इस्टीट्यूट आॅफ क्लीन्लीनेस एजुकेशन एण्ड रिसर्च’’ नाइसर द्वारा थीम ‘‘क्लीन-अप द अर्थ’’ पर विश्व स्वच्छता महासम्मेलन आयोजित किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कन्फेडरेशन आॅफ इंडियन के चांसलर डाॅ. प्रिय रंजन द्विवेदी ने की।
प्ूाूरे भारतवर्ष से शामिल हुए संस्थान
कार्यक्रम में पूरे भारत वर्ष के विश्वविद्यालयों के ग्रुप जी-51 जो शिक्षण संस्थाओं में सफाई और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है के सदस्य के तौर पर एकेएस वि. वि. की ओर से कम्प्यूटर सांइस विभागाध्यक्ष प्रो. अखिलेश ए.वाऊ ने सहभागिता दर्ज की। गौरतलब है कि यह म.प्र. का एकमात्र विश्वविद्यालय है जो इसके सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
एकेएस के प्रोफेसर ने दिया व्याख्यान
कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये वक्ताओं ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित होकर परिस्थितिकीय, पर्यावरण, स्वच्छता, हरियाली, नगर निगम सेवाओं एवं कूड़ा-कचरा एकत्रिकरण प्रबंधन पर व्याख्यान दिया। प्रो. अखिलेश ने अपने व्याख्यान में वि. वि. द्वारा किए जा रहे विश्वविद्यालय परिसर एवं सतना शहर में स्वच्छता अभियान पर आधारित नुक्कड नाटक एवं अन्य विषयों पर विस्तृत व्याख्यान दिया जो काफी सराहनीय रहा।”क्लीन्लीनेस इस गाॅडनेस” थीम पर आयोजित समापन अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेपाल के एम्बेसडर (राजदूत) दीप कुमार उपाध्याय रहे।
एमओयू पर हुए हस्ताक्षर
इस अवसर पर एकेएस वि. वि. के प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव द्वारा हस्ताक्षरित एम.ओ.यू. पर वि. वि. की ओर से प्रो. अखिलेश ए.वाऊ एवं नाइसर की ओर से डायरेक्टर उत्कर्ष शर्मा के बीच एक सामान कॅरियर रूचि और उद्ेश्यों को लेकर शिक्षा को 21वीं शताब्दी के अनुकूल बनाने की दिशा मे एम.ओ.यू.एक्सचेंज किया गया।
वि.वि. में प्रारंभ होंगें नए कोर्सेस
उल्लेखनीय है कि एकेएस विश्वविद्यालय सतना द्वारा सत्र 2017-18 में स्वच्छता संबंधी 3 महीने, 6 महीने, 1 वर्षीय एवं 3 वर्षीय सर्टिफिकेट डिप्लोमा एवं डिग्री पाठ्यक्रम संचालित कर सकेगा। जिससे शहर एवं ग्रामीण अंचलों के विभिन्न आयु वर्ग के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।