अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस में एकेएसयू फैकल्टी, दुबई में हुआ आयोजन, बढाया वि.वि.का गौरव- डाॅ. पंकज श्रीवास्तव ने प्रस्तुत किया उद्येश्यपूर्ण शोध पत्र
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एकेएस विश्वविद्यालय के फैकल्टी डाॅ. पंकज श्रीवास्तव ने अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेन्स में नवीन शेाध पत्र प्रस्तुत किया। डाॅ. पंकज में अपने शोध-पत्र ’’पैरामेट्रिक एनालिसिस माॅडलिंग एण्ड आप्टमाइजेसन आॅफ सर्फेस रफनेस ड्यूरिंग स्टडी ए.जी. यूजिंग सी.बी.एन एब्रेसिव’’ में कई नवीन आॅकडे भी बताए।
शेाधपत्र है कई विषयों मे उपयोगी-वि.वि. फैकल्टी का कार्य सराहनीय
यह शेाधपत्र मेडिकल, इलेक्ट्रिकल संरचनात्मक उद्योगो में उपयोगी अत्याधुनिक पदार्थो की उन्नत मशीनिंग के सुगम, सरल एवं किफायती बनाने हेतु बहुत उपयोगी अनुसंधान होगा। यह शेाध मुख्यतः टाइटेनियम एलायस, कम्पोजिट मटेरियल्स (आॅयरन, काॅपर, एलाॅय) एवं निकिल हार्डन्ड एलाॅयज जिनकी परम्परागत मशीनिंग प्राणालियाॅ महंगी हैं इस विषय को यह सरल एवं मितव्ययी बनाने में उपयोगी है।
जटिल एवं सूक्ष्म पाटर््स का त्वरित गति से निर्माण एवं उत्पादन होगा संभव
अत्याधुनिक गैरपरम्परागत मशीनी पद्धतियों जैसे इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज मशीनिंग अथवा ईडीजी ग्राइंडिंग विधियों द्वारा मशीनिंग करने से होने वाले लाभों जैसे टूल वियर रेट, मटीरियल रिमूवल रेट, हाई स्पीड मशीनिंग का साफ्ट कम्प्यूटिंग द्वारा विश्लेषण एवं अत्यंत सूक्ष्म ज्यामितीय आकारों के कलपुर्जों की सीबीएन एब्रेसिव द्वारा मैटेरियल रिमूवल की उपादेयता प्रतिपादित की गई है।इस शोध के द्वारा विभिन्न प्रकार के उद्योगों में उपयोग होने वाले अत्यन्त जटिल एवं सूक्ष्म पाटर््स का त्वरित गति से निर्माण एवं उत्पादन करना संभव हो सकेगा।
वि.वि. के पदाधिकारियों ने दी शुभकामनाऐं
वि.वि. का गौरव बढाने एवं शेाध पत्र के माध्यम से नई पद्वतियाॅ बताने पर वि.वि. के कुलाधिपति श्री बी.पी.सोनी,कुलपति पारितोष के बनिक एवं चेयरमैन अनंत सोनी, प्रतिकुलपतिद्वय,डीन और डायरेक्टर्स ने डाॅ. पंकज को बधाई दी है।
23 से 25 नवम्बर तक रहा दुबई मे आयोजन
गौरतलब है कि डाॅ. पंकज ने 23 से 25 नवम्बर तक दुबई में ”साफ्ट कम्प्यूटिंग एण्ड मशीन इंटेलिजेंस” विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस में हिस्सा लिया और एकेएस वि.वि. के साथ विन्घ्य का भी गौरव बढ़ाया। डाॅ पंकज एकेएसयू में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष है। आयोजन में अमेरिका, चीन, जापान, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, बंगलादेश सहित भारत के युवा शोधर्थियों ने शेाधपत्र प्रस्तुत किया।।डाॅ. श्रीवास्तव के शोध पत्र का चयन लगभग 3000 शोध पत्रो मे से किया गया और महज 50 शोध पत्रो का ही चयन हुआ। उल्लेखनीय है कि वि.वि. हमेशा थिंक ग्लोबल,एक्ट लोकल पर कार्य करता है और अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय परिदृष्य में हो रहे परिवर्तन पर वि.वि. की सतत निगाह रहने से वि.वि. के फैकल्टीज छात्र-छात्राओं के लिए नवज्ञान एवं नवाचार का संचार भी करते है।इसके पूर्व भी वि.वि. के फैकल्टीज विश्व के कई देशों में उपयोगी एवं महत्वपूर्ण शोधपत्र पुस्तुत कर चुके हैं।जिन्हे भरसक सराहना मिली है।