नवाचार नई चुनौतियों को साक्षात््कार कराता है,नई चीजों को अंगीकार और स्वीकार करें सफलता जरुर मिलेगी-डाॅ. राॅय पूर्व,वी.सी,वर्धा यूनिवर्सिटी
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एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में ‘‘एकात्म मानववाद शोध पीठ’’ के तत्वावधान में ‘‘शिक्षा में नवाचार’’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान के प्रमुख वक्ता विद्वान एवं चिन्तक विभूति नारायण राय ने विषय पर प्रबुद्ध रूप से एकेएस विश्वविद्यालय के शिक्षकों से वर्तालाप किया उन्होंने कहा कि छात्रों में सवाल पूछने की जिज्ञासा होनी चाहिए। रूढ़ियों से निकलिए, ज्ञान के लिए नए एप्रोच रखे। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति आब्रहम लिंकन के अपने बेटे के अध्यापक को लिखे पत्र का जिक्र करते हुए पत्र मे उल्लिखित बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि शिक्षक को छात्रों को‘‘बेहतर मनुष्य बनने ’’की प्रेरणा देनी चाहिए। शिक्षा में इनोवेशन का अर्थ है रुढियों से निकलकर वक्त की जरुरत के अनुसार शिक्षा प्रणाली मे बदलाव लाना। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को छात्रों का मूल्यांकन जाति, धर्म एवं भाषा के आधार पर न करते हुए छात्र की शैक्षणिक गुणवत्ता के आधार पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नवाचार नई चुनौतियां लाऐगें आप नवाचार करके सफलता और असफलता दोनों हासिल कर सकते है पर दोनो का स्वागत करिए। डाॅ. राॅय ने अतीत, वर्तमान व भविष्य की शिक्षा प्रणाली की चर्चा करते हुए बताया कि कैसे वर्तमान की शिक्षा प्रणाली अवनति की और जा रही है और इसे प्रोन्नत कैसे किया जा सकता है उन्होंने अध्यापक कैसे करें इनोवेशन एवं भारत एवं विश्व की शिक्षा प्रणाली पर सवालों के सारगर्भित जबाव भी दिये। इस मौके पर विश्वविद्यालय के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने कहा कि विश्वविद्यालय में वर्तमान सत्र तक सात हजार छात्र-छात्रायें अध्ययनरत् है और एकेएस वि.वि. को भविष्य मे देश की टाॅप यूनिवर्सिटी में शामिल करना हमारा उद्देश्य है। कार्यक्रम के समापन अवसर पर शिक्षाविद् प्रहलाद अग्रवाल ने कहा कि ज्ञान की कीमत पैसे से नहीं आंकी जा सकती। डाॅ. राय का आभार प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी. के. बनिक एवं विश्वविद्यालय के पदाधिकारियांे ने स्मृति चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित भी किया।