एकेएस विश्वविद्यालय में संगीत एवं नृत्य कला विभाग का उद्घाटन
- Font size: Larger Smaller
- Hits: 1357
- 0 Comments
- Subscribe to this entry
- Bookmark
एकेएस विश्वविद्यालय के स्वर्णिम इतिहास में एक नूतन अध्याय का पर्दापण सभागार में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में हुआ। जब कुलपति महोदय के मुख्य अतिथ्य में संगीत एवं नृत्य कला विभाग का उद्घाटन माँ वीणापणि सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन एवं माल्यापर्ण के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान कलुपति महोदय डाॅ. पी.के. बनिक जी ने छात्र-छात्राओं को सीबीसीएस पाठ्यक्रम की महत्ता के विषय में सारगर्भिक व्याख्यान दिया एवं इस नए विभाग के लिए शुभकामनांए प्रेषित की। प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन ने अपने उद्बोधन के दौरान बताया कि छात्र-छात्राएं इस विभाग के माध्यम से अपने व्यक्तित्व का संर्वांगीण विकास कर सकते है। तथा इस कला के माध्यम से आने वाले समय में राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्पर पर विश्वविद्यालय का नाम रौशन होगा। प्रतिकुलपति डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी ने छात्र जीवन में संगीत एवं नृत्य कला के महत्व को बताते हुए यह संदेश दिया कि ये कलाएं व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ उत्साहवर्धन हेतु भी बहुत ही महत्वपूर्ण है। विश्वविद्यालय के ओ.एस.डी. प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन के दौरान विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में बढ़चढ़ के भाग लेने का संदेश दिया। चेयरमैन अनंत सोनी जी ने इस नवीन विभाग के संबंध में छात्र-छात्राओं को अवगत कराते हुए यह कहा कि छात्र-छात्राआंे को यह विभाग एक ऐसा मंच प्रदान करेगा। जिससे उनकी प्रतिभा का परिष्करण संभव होगा। विश्वविद्यालय वर्तमान में ए.आई.यू. की सदस्या भी ग्रहण कर चुका है और भविष्य में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएंे जोनल एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं एवं युवा-उत्सव में भी विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व कर पाऐंगे। चेयरमैन ने बताया कि इस विभाग के संचालन का दायित्व डाॅ. दीपक मिश्रा को सौंपा गया है। इनके साथ प्रमोद शर्मा एवं वीरेन्द्र गुप्ता भी इस विभाग में अपनी सेवाऐं देंगें। और विश्वविद्यालय के प्रतिभावान् छात्र-छात्राऐं भी विभाग में सक्रिय सहभागिता देगे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. दीपक मिश्रा ने किया एवं कार्यक्रम के दौरान श्री प्रमोद शर्मा ने अपनी प्रस्तुती से दर्शक दीर्घा को मंत्रमुग्ध कर दिया।