एकेएस वि.वि. के बायोटेक मे फ्रेसर्स पार्टी - अलहदा और जुदा अंदाज-ए-बयाॅ, जूूनियर्स का वेलकम बना यादगार और हंगामाखेज़-सीनियर्स ने दी खास पार्टी
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सतना। स्वागतम, वंदनम, अभिनंदनम,वि.वि. के प्रवेश द्वार की दहलीज पर इन्द्रधनुषी रंगों से सजी-संवरी वेलकम करती रंगोली और कलागृह के मुहाने करीने से गुरुजनों के स्वागत में पलक पाॅवडे बिछाए छात्र-छात्राओं का हुजूम हाथ में रोली और चंदन लिए तिलक लगाकर लालियों की गूॅज से स्वागत और जूनियर्स का स्वागत भी इसी उत्साह से लबरेज। कलागृह की चमक में चार चांद लगाते हुए अतिथियों का रेड कार्पेट पर चलकर प्रवेश, कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, डाॅ. आर.एस. त्रिपाठी, प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डाॅ. भूमानंद ने मौके को खास बनाया।
यादों की निकली बारात
अतीत हमेशा मीठा होता है कालेज की कुछ खट्टी-मीठी यादों के साथ नये पुराने लम्हें जब स्क्रीन पर नुमाॅयाॅ हुए जो खुशनुमा पलों की याद को फिर से जीने की उमंग आ पडी। वो सेल्फीज,वो चुहलबाजी,वो क्लासरुम की मस्ती और सब कुछ।
इन्द्रधनुषी परिधानों से सजे पार्टी परिंदे
चकाचैंध के बीच जूनियर्स और सीनियर्स ने हम किसी से कम नहीं की तर्ज पर शहजादे व शहजादियां बने । सभी ने भारतीय परिधानों से सुसज्जित रंग बिरेगें फूलों की तरह कलागृह के बगीचे को आसमाॅ का आॅचल बना दिया।जिसमें तारे भी थे,चंदा की कोमलता भी थी और सूरज की चमक और दमक भी थी।
नसीहतों के दौर के बाद फुल डोज मस्ती
एकेएस वि.वि. के कुलपति एवं वि.वि. के चेयरमैन ने विद्यार्थियों को अनुशासन मंे रहकर पठन पाठन करने एवं अपने कॅरियर में कुछ कर दिखाने की सीख दी जिसे विद्यार्थियों ने गौर से सुना। फिर दौर शुरू हुआ मस्ती के फुल डोज का। जूनियर्स एवं सीनियर्स ने पार्टी का जमकर लुत्फ उठाया।
लफ्जों की बंदिशें मिशरों में इन्होंने पिरोईं
पार्टी जब पूरे शबाब मे आगाज से अंजाम तक पहुॅची तो दिल के ख्यालात जबाॅ तक जुगलबंदी और आवाज के जादू के साथ पेश हुई।जिसे अनामिका, वीरेन्द्र, श्वेता, विशाल एवं परीक्षिता ने आवाज दी।
गेम्स मे जो जीता वही सिकंदर
पार्टी में विभिन्न गेम्स आयोजित किये गये जिसमें प्रोनाउनसिएशन, बाॅलीवुड का कीड़ा, पारले जी खाओ जीनियस बन जाओ, टैंग एण्ड टिवीस्ट, चिट फंड,कोई जीता कोई हारा।
फेहरिस्त में लगी लड़ियों में जुगनुओं से झिलमिलाये गीत संगीत
पार्टी में नगमों के दौर में आस्था ने ‘दीवानी मस्तानी हो गयी’सुस्मिता एवं ईशान ने ‘टूटा जो कभी तारा.’अनामिका, सौम्या एवं निशा ने ‘रूबरू’एकता एवं कृष्णा ने ‘ऐ मेरे हमसफर.’ स्वाती ने ‘राम चाहे लीला’ परीक्षिता एवं अक्षिता ने ‘पानी द रंग देख के’ सपना ने ‘माहिया वे शावा शावा’ सुस्मिता ने ‘हाई हील्स एवं दर्द करारा’पर पुरकशिश,दिलपसंद प्रस्तुतियों को दिल की धडकनों सा,घडी काी सुइयों का,सूरज और सितारों सा दिन और रात सा एहसास करवाया।
ये लम्हे बने ख़ास
पार्टी की धूम के बीच अचानक सभी की निगाहें मंच पर जा टिकीं, लम्हा था। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मिस फ्रेशर आशा एवं मिस्टर फ्रेशर ईशान खिताब पाकर चहक पडे़।
पारितोषकों के बीच चहके फ्रेशर्स
पार्टी की अनुगूंज के बीच गिफ्ट डिस्ट्रीब्यूशन के साथ हंसते खिलखिलाते गुदगुदाते लम्हों के बीच फ्रेसर्स पार्टी खूबसूरत अंदाज में आगाज तक पहुॅची।
इन्होंने दिया पार्टी को अपना कीमती वक्त
बायोटेक विभाग के टीचर्स मे विभागाध्यक्ष डाॅ. कमलेश चैरे,डाॅ. दीपक मिश्रा,रेनी निगम,कीर्ति समदरिया,संध्या पाण्डेय,डाॅ. समित कुमार,श्रेयांस परसाई,स्नेहा कुमारी,चाहना देसाई अपने छात्रों से अपनी खूबियाॅ जानकर हौले-हौले मुस्कुराते रहे और पार्टी मे चार चाॅद लगाते रहे।