श्रेष्ठ शिक्षक वही है जो छात्रों के मन में हजार सवाल पैदा करे-श्री हनुश्री मन्नत बाबा एकेएस के सभागार में फैकल्टीज को किया सम्बोधित
- Font size: Larger Smaller
- Hits: 1353
- 0 Comments
- Subscribe to this entry
- Bookmark
सतना। सोमवार को एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में साइंस और आध्यात्म में सिद्धहस्त श्री हनुश्री मन्नत बाबा जी के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्री हनुश्री ने सभागार में उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जो विद्वान होते हैं वे सूचनाओं के व्यापारी हैं वर्तमान युग सूचनाओं की परीक्षाओं और प्रतिस्पर्धा का है। जो जानकारियां आपको बाहर से मिलती हैं उनसे आप विद्वान होते हैं और जो आपके अन्दर से निकलती हैं उनसे आप सयाने होते हैं। उन्होंने शिक्षकों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि जब आप अपने विषय के अन्दर तक जायेंगे तभी आप दुर्लभ खोज कर पायेंगे। जब भी कोई वैज्ञानिक या साहित्यकार किसी विषय के अन्दर तक जाता है तभी दुर्लभ रचनाएं और साहित्य बनता है। आध्यात्मिकता एक प्वाइंट पर निर्भर है कि अन्दर की तरफ किस तरह जाया जाय। आध्यात्मिक बनें, नये आइडियाज के बारे में सोचें, एक शिक्षक को एक माली की तरह होना चाहिए। इस अवसर पर मंचासीन अतिथियों में श्री हनुश्री मन्नत बाबा, डाॅ. भूमानन्द, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन कुलदीप सक्सेना ने किया एवं आभार प्रदर्शन ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने किया।
ये विशिष्ट जन रहे उपस्थित
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डायरेक्टर अवनीश सोनी, अमित कुमार सोनी, डाॅ. जी.के. प्रधान, डाॅ. आर.एस. पाठक, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, डाॅ. जी.सी. मिश्रा, डाॅ. कौशिक मुखर्जी, सूर्यप्रकाश गुप्ता, डाॅ. आर.एस. मिश्रा, विजय विश्वकर्मा एवं वि.वि. के फैकल्टीज और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना