एकेएस बाॅयोटेक रिसर्च सेंटर की उपलब्धि विन्ध्य क्षेत्र के छात्र हुए लाभान्वित
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एकेएस विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित सेन्टर आॅफ एक्सीलेंस इन बाॅयोटेक्नालाॅजी रिसर्च एवं टेªनिंग (सी.ई.बी.आर.सी) में विन्ध्य क्षेत्र के विभिन्न संस्थानों ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट एवं ए.पी.एस विश्वविद्यालय, रीवा मे शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र बाॅयोटेक्नलाॅजी क्षेत्र में हो रहे नवीन रिसर्च में टेªनिंग प्राप्त कर रहे हंै। यह सेन्टर छात्रों को बाॅयोटेक क्षेत्र की जरूरतों के हिसाब से उनकी स्किल डेवलपमेंट में योगदान दे रहा है।
अभी छात्रों को सी.ई.बी.आर.टी माइक्रोबियल टेक्नालाॅजी, क्लीनिकल माइक्रोबायोलाॅजी, जेनेटिक इंजीनियरिंग, इनवायर्नमेंटल बायोटेक्नालाॅजी, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट एवं नैनो टेक्नालाॅजी के नवीनतम् रिसर्च वर्क में टेªनिंग प्राप्त हो रही है। साथ ही एकेएस में पढ़ रहे बाॅयोटेक्नालाॅजी के छात्रों को प्रथम सेमेस्टर से ही माइनर प्रोजेक्टस दिये जा रहे है जिस पर वह अपनी स्ट्डीज के साथ-साथ बाॅयोटेक रिसर्च में योगदान दे रहे है। इस रिसर्च सेन्टर की स्थापना का लक्ष्य बाॅयोटेक में हो रही नवीनतम् रिसर्च एवं प्रगति में छात्रों को आज की जरूरतों के लिहाज से उनकी स्किल डेवलपमेंट करना है ताकि वह भविष्य के कुशल बाॅयोटेक्नाक्रेट्स बन सके। इस सेन्टर के द्वारा छात्रों को ज्यादा से ज्यादा रिसर्च लेबोरेटरी में प्रैक्टिकल ज्ञान दिया जाता है ताकि वह जो थ्योरी में पढ़ते है उनकी प्रासंगिकता क्या है उसकों सही तरह से समझ सके।
छात्रों को विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रोफेसर जो कि प्रतिष्ठित संस्थानों आई.आई.टी., एन. आई.टी अन्य विश्वविद्यालयों एवं अन्य देशों से उच्च शिक्षा प्राप्त है यही प्रोेफेसर्स टेªनिंग दे रहे है और छात्र उनसे ग्लोबल नाॅलेज प्राप्त कर रहे है।
रिसर्च सेन्टर उन्नत उपकरण सुसज्जित है एवं साथ ही सेन्टर का कई नामी बाॅयोटेक्नालाॅजी इंडस्ट्री एवं रिसर्च संस्थानों से एम.ओ.यू. है यहाँ छात्र मुफ्त प्रशिक्षण प्राप्त करते है।
मीडिया विभाग
एकेएस विष्वविद्यालय, सतना