एकेएस विश्वविद्यालय की स्थापना के तीन वर्ष पूर्ण
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विश्वविद्यालय के लिए रहे गौरवमयी एवं उपलब्धि भरे
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में एक एैसे उद्येष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। जो विद्यार्थियो मे संस्कृति, सभ्यता और अनुशासन के साथ कुछ बनने और कुछ करने का जज्बा भी पैदा कर सके। और इस मिशन के प्रेरणास्रोत है एडवाइजर टू चांसलर इंजी राजेश मोदी जो विश्वविद्यालय के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी के मार्गदर्शक और गुरू भी है। विश्वविद्यालय अपने पांच सूत्रीय डेडिकेशन के फर्मूले यूनिकनेस, एक्सीलेंस, क्रियेटिविटी, इनोवेशन, और परफेक्शन के साथ आगे बढ़ रहा है।एकेएस विश्वविद्यालय की स्थापना उच्च शिक्षा व्यवस्था मे गंभीर खामियों को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों के लिए ऐसे परिदृश्य का सृजन करने कि कोशिशों के साथ हुआ जिसे अब तक शिक्षा जगत मे उपेक्षित स्थान हासिल होता था। यूजीसी की सूची मे महाकौशल का एकेएस विश्वविद्यालय प्रादेशिक सूची मे प्रथम स्थान पर एवं यूजीसी की देश की सूची मे पचासवंे क्रमांक पर दर्ज है।
ये है एकेएस के एक्सीलेन्स का इतिहास
विश्वविद्यालय नेशनल हाइवे-7 शेरगंज पन्ना रोड पर स्थित हैं। जहां विद्यार्थी अपनी आंखों में कुछ बननें का सपना लिए प्रवेश करते हैं । और विश्वविद्यालय उनके सपनो को पंख लगाता हैं । जिससे विद्यार्थी अपनी तय मंजिल तक पहुंचते हैं। यह यात्रा पिछले 19 वर्षो से चरैवेति चरैवेति की तर्ज पर राजीव गांधी काॅलेज से होते हुए एकेएस विश्वविद्यालय तक पूरी सजगता ,सहजता एवं तन्मयता से आगे बढ़ रही हैं यह और गौरवशाली होकर आगे बढ़ेगी। इसे विश्वविद्यालय के चेयरमैन शिक्षा का एक ऐसा केन्द्र बनाना चाहते है जो कि शिक्षा जगत में मिशाल बन सकें।
एकेएस विश्वविद्यालय की ये इमारत भर नही है बल्कि भारत के भविष्य के युवा विद्यार्थियों का गुरूकुल हैं जहां उनके सपनों को पाने की दिशा दी जाती है। इस विश्वविद्यालय की शिक्षा के उच्च सोपानों को तय कर उन्हे प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है। 19 वर्षीय शैक्षणिक तप को तपाकर एकेएस विश्वविद्यालय की स्थापना की, यहाॅां से विद्यार्थी अपने सर्वागींण विकास के साथ समाज एवं देश के विकास मे अपना अहम् योगदान देगा। 125 एकड़ से ज्यादा के क्षेत्र मे फैले एकेएस कैम्पस की रचना के पीछे तप है लक्ष्य है व पुनीत उद्देश्य है। विश्वविद्यालय के चेयरमैन बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी अनंत कुमार सोनी जिनकी ईमानदारी ,कर्तव्यनिष्ठा, विद्यार्थियों के विकास की प्रतिबद्धता जगजाहिर है और उनकी इसी सत्यनिष्ठा का जीता जागता सबूत है। एकेएस विश्वविद्यालय का राजीव गांधी कालेज से लेकर अब तक का सफर।
2014 बड़ी उपलब्धियां
एकेएस विश्वविद्यालय को 27 मई को ‘‘बेस्ट एक्सीलेंस प्राइवेट यूनिवर्सिटी एवार्ड-2014’’ एवं 19 जुलाई को ‘‘बेस्ट यूनिवर्सिटी इन आई टी इन्फ्रास्ट्रक्चर-2014’’ के साथ ‘‘एशिया इंटरनेशनल अचीवर्स एवार्ड इन एज्यूकेशलन एक्सीलेंस’’ और चैथा महत्वपूर्ण एवार्ड ‘‘इंडो नेपाल सद्भावना एवार्ड-2014’’ रहा।
इन विशिष्टजनों ने की विश्वविद्यालय की विजिट
विश्वविद्यालय दो वर्ष के अल्प काल में किसान मेला-2014 के दौरान कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन एवं ऊर्जा संरक्षण दिवस-2014 के अवसर पर ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल एवं शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता व निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय प्रमुख रहे इन्होंने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक ग्राफ की तहे दिल से तारीफ की।
एज्यूकेशन सिस्टम
विश्वविद्यालय के चेयरमैन का सूत्रवाक्य है। ”देयर आर नो ओल्ड रोड्स टू न्यू डायरेक्शन “
विश्वविद्यालय का कैम्पस इस सफलता की खुली बानगी बया करता है जहां देश विदेश के जाने माने विषय विशेषज्ञ आॅनलाइन विद्यार्थियो का मार्गदर्शन करते है। विश्वविद्यालय के सभागार मे सेमिनार्स ,वर्कशाप के साथ वाई फाई इनेबल्ड कैम्पस मे सेंट्रल लाईब्रेरी ई-जर्नलस, किताबो , पत्रिकाओं, समाचार पत्रों से सुसज्जित रहती है। विद्यार्थियो को इनोंवेटिव टीचिंग मैथेडोलाॅजी ,इनवाल्ंिवग केस स्टडी्ज ,फील्ड विजिट, प्रैक्टिकल एसाइनमेंट , इण्डस्ट्री इन्टर्नशिप, के साथ मोस्ट मार्डन टीचिंग एड्स के साथ ग्रुप एक्टीविटी के माध्यम से टीच किया जाता हैं । मूल्य आधारित ज्ञान लैंग्वेंज लैब और साॅफ्ट स्किल्स ट्रेनिंग प्रोग्राम विद्यार्थियो को दक्ष प्रोफेशनल्स बनाते है।
टीचिंग फैकल्टीज
यहां के फैकल्टीज आई.आई.टी, एन.आई.टी, और बीएचयू जैसे प्रतिष्ठित् विश्वविद्यालय से है। सलैबस परिवर्तन के अनुसार परिवर्तित होता है। एवं पारदर्शी परीक्षा प्रणाली के साथ फारेन लैंग्वेज के कोर्सेस भी संचालित है। विद्यार्थियो को प्रोफेशनल ट्रेनिंग के साथ आध्यात्मिक गुर भी सिखाए जाते हैं। विश्वविद्यालय मे गीता और कुरान टीच करने के लिए योग्यतम शिक्षक नियूक्त किए गए हैं। छात्र-छात्राऐं अत्यंत रुचि से अपने पाठयक्रम के साथ गीता और कुरान भी पढते है। यूनिवर्सिटी की शिक्षा प्रणाली का ही वैभव हैं। कि विश्वविद्यालय मे नेपाल के अलावा भारत वर्ष के 16 राज्यों केन्द्रसासित प्रदेशों एवं मध्यप्रदेश के 39 जिलों से विद्यार्थी अपने कैरियर की आकांक्षाओं को लेकर विश्वविद्यालय मे अध्ययन कर रहे हैं टापर्स के लिए चांसलर स्काॅलरशिप एवं प्रवेश के दौरान विभिन्न संकाय के टाॅपर्स को कन्सेसन भी प्रदान किया जाता है। कुल मिलाकर अपने दो वर्षो के अल्पकाल मे ही एकेएस विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक मानदंडों का ऐसा सकारात्मक ताना-बाना बुना हैं जो काबिले तारीफ है।
ये कोर्सेस है एकेएस की पहचान
विश्वविद्यालय में संचालित ये सभी कोर्सेस देश विदेश की विभिन्न सरकारी एवं गैरसरकारी सर्विसेस मे मान्यता प्राप्त है। एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना ने बदलते दौर की जाॅब की जरूरतों एवं विद्यार्थियों की रुचि एवं रूझान को ध्यान में रखते विभिन्न कोर्सेस संचालित हैं। इनमें बी.टेक, माइनिंग, सीमेंट इंजीनियरिंग एवं एग्रीकल्चर, मैनेजमेंट, काॅमर्स, बी.एड., कम्प्यूटर सांइस, बाॅयोटेक, फूड टेक्नालाॅजी, फार्मेसी, एम.एस.डब्ल्यू।
विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिये किये गये महत्वपूर्ण करार
एकेएस यूनिवर्सिटी सतना ने विद्यार्थियों के शैक्षणिक उत्तरोत्तर विकास के लिये कई महत्वपूर्ण करार किये हैं जिसका फायदा एकेएसयू में अध्ययनरत विद्यार्थियों को भविष्य में मिलेगा। इन महत्वपूर्ण करारों में से अर्श बाॅयोटेक प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली, जैन इरिगेशन सिस्टम लिमिटेड, आयशर मोटर्स, लंदन स्कूल आॅफ ट्रेनिंग, एग्रोलाइनेज जारा गोसा स्पेन, एडवांस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट कानपुर, एलिल लाइफ साइंस , यूनिवर्सिटी आॅॅफ मेडिसिन मैगवे म्यांमार, लिंकलन यूनिवर्सिटी मलेशिया, नेशनल इनोवेशन फाउण्डेशन, बाॅयोडायवर्सिटी कनजर्वेशन एण्ड रूलर बाॅयोटेक्नालाॅजी सेंटर, 3बी ब्लैक बाॅयोटेक, स्पेन इंडिया लि. ,ममता एनर्जी इत्यादि प्रमुख है।
कैम्पस प्लेसमेंट स्काॅलरशिप फेसिलिटी
विश्वविद्यालय मे छात्रों को शासन द्वारा निर्धारित सभी तरह की स्काॅलरशिप प्रदान की जाती है। इसके इतर विद्यार्थियों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करते हुए चांसलर स्काॅलरशिप भी दी जाती है। अब तक 100 प्रतिशत विद्यार्थी कैम्पस प्लेसमेंट से विद्यार्थी देश-विदेश में कार्यरत् है।
सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लवरेज रहता है कला केन्द्र
विश्वविद्यालय के सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रमों से विद्यार्थी देश समाज और दुनिया के बारे में जानकारियां प्राप्त करते है और समग्रता से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते है।
अल्पकाल मे अपने शैक्षणिक मुकुट में अनेक हीरे सजा चुके एकेएस विश्वविद्यालय के गौरवमयी तीन, वर्ष पूर्ण करने पर विश्वविद्यालय को बधाइयों का तांता लगा है। विश्वविद्यालय परिवार ने सभी का शुक्रिया अदा किया है।
एकेएस विश्वविद्यालय सतना की अवधारणा-
‘‘भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की पुस्तक विकसित भारत 2020 को आधार मानकर की गई हैं। जिसमे डाॅ. कलाम ने भारत के सर्वांगीण विकास की कल्पना की हैं’’- कुलाधिपति बी.पी. सोनी।
‘‘संस्कृति और मानवता की भावना के साथ देश एवं समाज का हर विद्यार्थी विकास करें’’-आर के मोदी एडवाइजर टू चांसलर।