अनंत विभूषित गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरू शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का आगमन 12 दिसम्बर को
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सतना। अनन्त श्री विभूषित, गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरू शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी श्री निश्चलानन्द सरस्वती जी महाराज का 12 दिसम्बर को आगमन हो रहा है। उन्हें पीठासीन हुए 25वाँ वर्ष पूर्ण हो गया है। इसी पावन उपलक्ष्य में पूरे देश में ‘‘पंचविंशति पट्टाभिषेक वर्ष पूर्ति महोत्सव’’ का भव्य आयोजन प्रत्येक प्रांत में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में मध्यप्रदेश में सर्वप्रथम सतना में दिव्य आयोजन किया जा रहा है। इस श्रंखला में सतना, मैहर, कटनी, उज्जैन, इंदौर, देवास तथा भोपाल में 12 दिसम्बर से 26 दिसम्बर तक कार्यक्रम निर्धारित है। उक्त जानकारी सतना प्रवास में पधारे पीठ परिषद् के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आचार्य पं. झम्मन शास्त्री जी महाराज ने कार्यक्रम की रूपरेखा तय करते हुए मार्गदर्शन प्रदान किया। आयोजन समिति में महेन्द्र मिश्र, दीपक अग्रवाल, रामअवतार चमडिया, अवनीश सोनी, पुष्पराज सिंह आदि शामिल है। सतना में 12 तारीख सारनाथ एक्सप्रेस से सायं 7 बजे शुभागमन स्टेशन में भव्य स्वागत पश्चात् मारवाड़ी सेवा संघ में उनका निवास रखा गया है। 13 दिसम्बर को 12.30 बजे तक, धर्म, आध्यात्म, राष्ट्र एवं विज्ञान, विविध विषयों पर सारगर्भित संगोष्ठी में दिव्य व्याख्यान एवं पादुकापूजन का कार्यक्रम आयोजित होगा। सायं 6 बजे मारवाड़ी सेवा सदन के दिव्य प्रांगण आध्यात्मिक प्रवचन धर्मोपदेश, आशीर्वचन का कार्यक्रम रखा जावेगा वहाँ पूरे नगर की ओर से भव्य स्वागत एवं पादुकापूजन दर्शन का लाभ सभी श्रद्धालुभक्तों को सुलभ होगा। 14 दिसम्बर को सत्संगभवन में 11.30 से 1 बजे तक दर्शन, दीक्षा, पादुकापूजन, संगोष्ठी का दिव्य आयोजन होगा। श्री शंकराचार्य स्वागत समिति का नगर स्तरीय गठन किया जा रहा है जिसमें सभी समाज तथा धर्म, संस्कृति, राजनीति, मीडिया से जुड़े सभी प्रबुद्धजनों को अपील की गई है अधिक से अधिक लोग जुड़कर सहभागी बनें तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें। पूज्यपाद शंकराचार्य द्वारा स्थापित समाजसेवा संस्था धर्मसंघ पीठ परिषद आदित्यवाहिनी, आनंदवाहिनी का गठन किया जायेगा जो पूरे अंचल में शंकराचार्य जी के विचार अभियान चलाकर सनातन धर्म संस्कृति की रक्षा एवं राष्ट्र के उत्कर्ष हेतु कार्य करेंगे।पूज्यपाद शंकराचार्य जी द्वारा लिखित 150 दुर्लभ साहित्य ग्रंथों का बुक स्टाल भी लगाया जावेगा जिसमें धर्म, आध्यात्म, नीति, राष्ट्र, गणित, विज्ञान आदि विषयों पर अद्भुत ग्रंथ उपलब्ध रहेंगे।