09-07-14 ‘‘सच्ची शिक्षा के दो लक्ष्य है एक बुद्धिमत्ता और दूसरा चरित्र’’
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फैकल्टी डेव्हलपमेंट का समापन सत्र रहा ज्ञानवर्धक
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न संकायों के फैकल्टीज के उन्नयन की दिशा में फैकल्टी डेव्हलपमेंट कार्यशाला के ‘‘द्वितीय दिवस’’ पर डाॅ. सी.के. टेकचन्दानी एवं प्रो. एस.पी. गुप्ता तथा के.पी. चैरे ने अपने प्रभावी उद्बोधन में कहा कि ‘‘सच्ची शिक्षा के दो लक्ष्य है एक बुद्धिमत्ता और दूसरा चरित्र’’ उन्होंने अपने उद्बोधन में टीचिंग मैथड्स, कम्यूनिकेशन स्किल्स, टीचिंग स्ट्रक्चर, लेक्चर प्रेजेन्टेशन स्किल्स, लेक्चर इन्फाॅरमेशन एंड मैटेरियल, प्रैक्टिकल लेबोरेट्री बेस्ट क्लासेस जैसे- विषयों पर व्याख्यान दिया। इसी क्रम में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डाॅ. एस.एस. तोमर ने समापन समारोह के दूसरे सत्र में कहा कि ‘‘शिक्षा की जडे़ कड़वी है लेकिन फल बहुत मीठा है।’’ उन्होंने इफेक्टिव वे आॅफ टीचिंग, टीचिंग टेक्निक, क्लास एक्टिविटी, स्टैण्डर्ड वाइज टीचिंग, टीचिंग टेªनिंग जैसे विषयों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर समस्त विभागों के फैकल्टीज उपस्थित रहें।
समापन सत्र् के अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ. आ.पी.एस. धाकरे, अध्यक्ष डाॅ. जी.के. प्रधान, विश्वविद्यालय अतिथि इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, इंजी. डी.सी. शर्मा एवं आयोजक आर.एन. त्रिपाठी तथा संयोजक संचालक डाॅ. आर.एस. मिश्रा ने अपने उद्बोधनों से शिक्षकों को अकादमिक गुणवत्ता के उच्च आयाम प्राप्त करने के महत्वपूर्ण सूत्र बताये।