एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना में 24 मार्च वल्र्ड टी.बी. डे - 2014 के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा किया गया। इस वर्ष ‘‘वल्र्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन’’ ने ‘‘वल्र्ड टी.बी. डे की थीम’’ ’’रीच द थ्री मिलियन‘‘ रखी है। जिसका मतलब 30 लाख लोगो तक इसका इलाज पहुंचाना है जो इस बीमारी से बच नही पाते गौरतलब है कि प्रतिवर्ष यह बीमारी लगभग 17 लाख लोगों की मौत का कारण बनती है। डाॅ. राबर्ट काॅक ने 24 मार्च सन् 1982 को सबसे पहले टी.बी. के बैक्टीरिया के बारे मे बताया था इसलिये इस दिन को ‘‘वल्र्ड टी.बी. डे’’ के रूप मे मनाया जाता है। इस अवसर पर छात्रों को टी.बी. की बुनियादी आवश्यक जानकारियां, बचाव, सावधानियां एवं इस जहरीले मानव संक्रामक क्षय रोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, कि किस प्रकार हम अपने आस-पास के लोगों को इस क्षय रोग के निदान एवं इलाज के लिए प्रेरित करें।