एकेएस वि.वि. में मनाया गया संविधान दिवस
71 वें संविधान दिवस की वर्षगाॅठ पर कार्यक्रम का आयोजन
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में वि.वि. अनुदान आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार 71वाॅ संविधान दिवस गौरव और उल्लास का प्रतीक बना। इस मौके पर भारतवर्ष के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी द्वारा संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया प्रस्तावना वाचन कार्यक्रम के बाद वि.वि. के प्रबुद्वजनों ने संविधान की प्रस्तावना पर अपने सारगर्भित विचार रखे और बताया कि 29 नवंबर 1949 को वो खास तारीख थी जिस दिन स्वतंत्रता के पश्चात भारत ने अपने संविधान को अंगीकृत किया था। प्रस्तावना वाचन कार्यक्रम के बाद एकेएस वि.वि. सतना के प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस.त्रिपाठी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव, रमेश चंद्र त्रिपाठी, राजीव बैरागी जैसे प्रबुद्व वक्ताओं ने अपने उदबोधन में कहा कि आज स्वतंत्र भारत के भविष्य का आधार बनने वाली इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना की 71वीं वर्षगाॅठ थी, भारतीय संविधान निर्माण की प्रक्रिया में डाॅ.राजेन्द्र प्रसाद, पं.जवाहरलाल नेहरु, डाॅ.भीमराव अंबेडकर, सरदार बल्लभभाई पटेल, सुचेता कृपलानी, सरोजनी नायडू, बी.एन.राउ, पं.गोविद बल्लभ पंत, शरतचंद्र बोस, श्री राज गोपाला चारी, श्री एन.गोपालस्वामी अयंगर, डाॅ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी, गोपीनाथ बरदोलाई श्री जे.जी.कृपलानी जैसे तमाम विद्वानों की सहभागिता रही है। इसे विश्व के तमाम संविधानों का अध्ययन करके व्यापक विचार विमर्श करके आकार दिया गया था संविधान में 12 अनुसूचियों सहित 400 से अधिक अनुच्छेद हैं। आज हमारे संविधान को अंगीकृत किए हुए 71 वर्ष पूर्ण हो गए हैं। इस मौके पर सभी संविधान निर्माताओं को कृतज्ञ प्रणाम करते हुए शांति,सद्भाव और भाईचारे की भावना पर आधारित एक भारत श्रेष्ट भारत का निर्माण करने की दिशा में राष्ट्र को आगे ले जाने और संवैधानिक सिद्वान्तों का अनुपालन करने के प्रति स्वयं को प्रतिबद्व रखने का संकल्प भी लिया गया। उन्होंने कहा कि आज भारत के नागरिक के रुप में हमें संविधान प्रदत्त अधिकारों से अधिक उसके द्वारा निर्धारित कर्तव्यों पर ध्यान देने की आवश्यकता है अधिकार तो हमारे पास है और रहेंगें। परंतु यदि हम अपने नागरिक कर्तव्यों को आत्मसात कर सकें ओर उनके अनुरुप अपने कार्य व्यवहारों को आगे बढा सकें तो यह सदी निश्चित ही भारत की होगी। कार्यक्रम में वि. वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी के साथ वि.वि. के समस्त संकाय के Dean, Directors ओर Faculty Members उपस्थित रहे।