b2ap3_thumbnail_IMG_20190209_103014.jpgb2ap3_thumbnail_IMG_20190209_103115.jpgb2ap3_thumbnail_IMG-20190125-WA0033.jpg

सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के बी.एससी. एग्रीकल्चर के छात्र गाडे रामना रेड्डी, पिता नागी रेड्डी, माँ मल्लेश्वरी ने जय जवान,जो देश की सेवा करते हैं और जय किसान जो भारत के लाल है और हमे अन्न उपलब्ध कराते हैं उनके सम्मान में 4500 किलोमीटर की सायकल यात्रा 25 दिन में पूर्ण करने का प्रण लेकर अपनी यात्रा आंध्र प्रदेश से प्रारम्भ की।उनकी यात्रा के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने युवक को सर्टिफिकेट और शुभकामना प्रदान की। रामना रेड्डी का कहना है कि हम सेना के जज्बे को सलाम करते हैं और भारत की जनता के लिये अन्न उपलब्ध कराने वाले किसान के सम्मान में यह सायकल यात्रा की। एग्रीकल्चर पूर्ण करने के बाद पेशे के रूप में रामना रेड्डी वैज्ञानिक बनना चाहते हैं और एथलेटिक्स में भी बराबर सक्रिय रहना चाहते हैं। 31 दिसम्बर 2018 से रेड्डी ने अपनी यात्रा आंध्रप्रदेश गुंटूर से शुरू की यात्रा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा होते हुए नई दिल्ली पहुंची। गाडे रामना रेड्डी की सायकल यात्रा को हरी झंडी आंध्रप्रदेश के फायनेंस मिनिस्टर प्रतिपति पुल्लाराव ने दिखाकर रवाना किया। सतना के अस्थिरोग विशेषज्ञ मुकेश त्रिपाठी और वीरेन्द्र रावल के मार्गदर्शन में रेड्डी ने सायकलिंग सीखी उन्हें अपनी यात्रा राजस्थान में हैवी रेनिंग और स्नो फालिंग की वजह से रोकनी पड़ी। 200 किलोमीटर प्रतिदिन सायकल चलाकर उसने अपनी यात्रा पूरी करने का प्रण किया उनके पिता चिरूमामिल्ला गांव के तेलगूदेशम पार्टी के अध्यक्ष हैं। उनकी आर्थिक मदद सेवा संस्थान चिरूमामिल्ला और आंध्रप्रदेश के फायनेंस मिनिस्टर ने की। भविष्य में वह इस तरह की और सायकल यात्राएं करके सेना और किसानों को सम्मान देना चाहते हैं। यह एक राष्ट्रीय रिकार्ड भी है। सायकिलिंग में 200 किलोमीटर, 300 किलोमीटर, 400 किलोमीटर और 600 किलोमीटर की रेस भी उन्होंने पूरी की है। गाडे रामना रेड्डी ने बताया कि उसने हाफ मैराथन और फुल मैराथन के साथ अल्ट्रा मैराथन भी पूर्ण की है। वि.वि. प्रबंधन ने छात्र को भविष्य की यात्राओं के लिए शुभकामनाऐं दीं हैं।