b2ap3_thumbnail_DSC_5433.JPGb2ap3_thumbnail_DSC_5419.JPG                                                                                सतना। जब एकेएस वि.वि. की स्थापना की पहल हुई और इसे कार्यरूप में परिणित करने की बारी आई तो एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी के दृढ़ निश्चय, संकल्प एवं सोच के मद्देनजर म.प्र. निजी वि.वि. विनिमायक आयोग के सदस्यों ने पूर्ण विश्वास से वि.वि. की स्थापना की स्वीकृति दे दी। अपनी स्थापना के अल्पकाल में ही वि.वि. ने जो एक्सिलेंस के मानदण्ड स्थापित किये हैं वह भविष्योन्मुखी, उम्मीदों कें प्रतीक और समाज को प्रेरणा देने के लिये पर्याप्त हैं। यह उद्गार वि.वि. के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डाॅ. वी.के. शुक्ला, म.प्र. निजी वि.वि. विनियामक आयोग के पूर्व सदस्य ने अपने उद्बोधन के दौरान याद करते हुए कहे। वि.वि. के विभिन्न विभागों एवं लैब्स की विजिट के दौरान सपत्नीक पधारे डाॅ. वी.के. शुक्ला ने वि.वि. का भ्रमण किया उन्होंने कहा कि जो चीजें स्थापना के समय निर्धारित की गई थीं उनसे चार कदम आगे बढ़ कर वि.वि. ने अपने विकास का खाका बनाया है। कार्यक्रम के दौरान वि.वि. के विभिन्न विभागों के डीन, डायरेक्टर्स एवं विभागाध्यक्षों का परिचय वि.वि. के ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी ने करवाया। अध्यापन, शोध, कंसल्टेंसी, एक्सटेंशन, उन्मुखीकरण कार्यक्रमों, प्रशिक्षण तथा विभिन्न क्षेत्रों में विभागवार हो रहे कार्यों की प्रगति के बारे में इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर, सीमेन्ट, बायोटेक, फूड टेक्नाॅलाॅजी, फार्मेसी के विभागाध्यक्षों ने जानकारी मंच को दी। वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने डाॅ. शुक्ला का स्वागत करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि वि.वि. की स्थापना में डाॅ. शुक्ला के मार्गदर्शन को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। वि.वि. प्रबंधन उनका सदैव आभारी रहेगा। इंजीनियर आर.के. श्रीवास्तव ने वि.वि. की संपूर्ण एकेडमिक यात्रा और आकल्पन का विस्तार से लेखा जोखा पेश किया। प्रतिकुलपति प्रो. आर.एस. त्रिपाठी ने वि.वि. के विकास के आयामों पर चर्चा की। प्रो. अलका शुक्ला ने कहा कि वि.वि. की अकादमिक प्रगति एवं अधोसंरचना तारीफ के काबिल है भविष्य में यह वि.वि. देश में उच्च शिक्षा का सिरमौर बनने की सभी विशेषताएं समेटे हुए है। इस मौके पर इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान, एग्रीकल्चर डीन डाॅ. आर.एस. पाठक, डाॅ. एस.एस. तोमर, डाॅ. नीरज वर्मा, डाॅ. नंदराम, डाॅ. त्रिभुवन सिंह, शिवानी गर्ग, कमलेश चैरे, एस.पी. गुप्ता, इंजी. राजेश मिश्रा के साथ वि.वि. के सभी विभागों कें विभागाध्यक्ष एवं फैकल्टीज की उपस्थिति रही।