संतुलन में बृक्षों की है महती भूमिका-डाॅ.तोमर
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय के बी.एस.सी. एग्रीकल्चर सांतवे सेेमेस्टर के छात्रों ने रावे के तहत जिले के विभिन्न अंचलो में जाकर किसानो से कृषि संबंधी तकनीकी जानकारियां साझा की और विगत वर्षो की भॅाति सन 2017 में भी रावे कार्य को विकास के साथ जोडकर कार्य करने की योजना तैयार कर ली है। इसी कड़ी में एकेएस विश्वविद्यालय के रावे छात्रों ने विभिन्न गांवो इटमा, तिघरा, अमदरी, अटरा, भर्री, सेमरा, भटनवारा, गोबरांव खुर्द, बचवई, देवरा, सितपुरा आदि गांव में सैकड़ो पौधे रोपे। पौध रोपण के कार्यक्रम में मुख्य रूप से रावे के मुख्य समन्वयक डाॅ. एस.एस. तोमर, डाॅ. के.पी. मिश्रा, समन्वयक सात्विक बिसारिया और सभी ग्रामो के संरपंच उपस्थित रहे। इस दौरान छात्रों ने उपस्थित ग्रामीणो को पौधो के मानव जीवन में महत्व पर प्रकाश डाला और रोपे गये पौधो को संरक्षित रखने के लिए संकल्प भी करवाया। कार्यक्रम मे डाॅ. तोमर ने कहा कि इस वर्ष प्रकृति की भीषण गर्मी ने हाल-बेहाल कर रखा था प्राकृतिक असंतुलन की वजह से आज हम प्रकृति के असंतुलन के कारण परेशान हो रहे हैं। और हमारी निकटता प्रकृति से दूर होती जा रही है। प्रकृति के समीचीन व्यवहार से हम सुदंर दुनिया की रचना करेंगे। उन्होंने कहा कि एकेएस विश्वविद्यालय अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति पूरी तरह तत्पर है और इस वर्ष लाखो पौधे रोपे जाने का संकल्प विश्वविद्यालय ने लिया हैं जिसे विभिन्न गाॅवों मे जाकर पूर्ण करने का लक्ष्य है।