b2ap3_thumbnail_unnamed-1_20151017-081330_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed-2_20151017-081334_1.jpgb2ap3_thumbnail_unnamed_20151017-081336_1.jpgएकेएस विश्वविद्यालय एवं वन विभाग परिक्षेत्र उचेहरा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जैव विविधता का संरक्षण एवं संवर्धन विषय पर संयोजक डाॅ महेन्द्र तिवारी (विभागाध्यक्ष,पर्यावरण विज्ञान) ने कार्यक्रम के प्रारंभ में एकेएस वि.वि. के चेयरमैन के विजन एकेएस वि.वि. जैव विविधता का संरक्षण एवं संवर्धन पर रिसर्च को और प्रोत्साहित करेगा को डाॅ तिवारी नें उपस्थित जनों से शेयर किया। ग्राम पटिहट(परसमनिया) में आयोजित कार्यक्रम में वन संरक्षक एवं प्रभ्ज्ञरी वनमंडलअधिकारी,सतना आर.बी.शर्मा नें कहा कि ‘‘वन हैं तो जीवन हैं‘‘ इस मौके पर वि.वि. के कुलपति प्रो. पारितोष के. बानिक, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन,ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, ने ंभी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर वन विभाग के एसडीओ सुरेश कुमार अहिरवार, रेंजर सुरेश मारावी, सोनू सोनी(आई.टी.हेड), डिप्टी रेंजर आर.एस.त्रिपाठी, भूपेन्द्र सिंह (इन्वायर्नमेंट फैकल्टी )राजीव सोनी,भावना मिश्रा के साथ वन समितियों के सदस्यों की मौजूदगी खास रही। इस मौके पर एमएसडव्ल्यू के छात्रों द्वारा नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतिकरण किया गया जिसके माध्यम से वनों की उपादेयता पर रोचक प्रस्तुति दी गई। उल्लेखनीय है कि डाॅ महेन्द्र तिवारी के निदेशन में परसमनिया पठार में उपलब्ध विलुप्त होने वाले वृक्ष और उनकी मानव जाति के लिए विभिन्न उपचारों में उपयोगिता की दृष्टिकोंण से पौधों का संरक्षण एक बृहद प्रोजेक्ट के माध्यम से किया जा रहा है जिसमें व्यापक सफलता मिली है।इस कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन रेंजर सुरेश मारावी ने किया और वि.वि. से भविष्य में आगे भी जागरुकता कार्यक्रम एवं निदेशन के सहयोग की अपेक्षा की ।
मीडिया विभाग
एकेएसविष्वविद्यालयसतना