‘‘वल्र्ड फेडरेशन आॅफ हीमोफिलिया जागरूकता दिवस’’ 1989 से मनाया जा रहा हैं। यह दिवस फ्रैन्क शेबेल की याद में मनाया जाता है। हीमोफिलिया (रक्ताल्पता) की स्थिति है। यह अनुवांशिक बीमारी होती है। यह बाद में भी हो सकती है। यूनाईटेड स्टेट्स के सर्वे के अनुसार यह बीमारी 1 हजार लोगों में से एक व्यक्ति में पाई जाती है। हीमोफिलिया से ग्रसित व्यक्ति की कटने या चोट लगने पर ब्लीडिंग मुश्किल से रूकती है। नई तकनीक और मशीनों से इसके बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। ‘‘वल्र्ड हीमोफिलिया डे’’ के अवसर पर संगोष्ठी रखकर विद्यार्थियों को हीमोफिलिया के विषय मंे विस्तार से जानकारी दी जाएगी।‘‘वल्र्ड हीमोफिलिया डे’’ मनाने का उद्येश्य यह है कि अधिकतम लोगों तक इस बात की जागरुकता फैलाई जा सके कि इसके कारण, निवारण और सावधानियों से छात्रों को परिचित करवाया जा सके। विषय पर जानकारी देने हेतु विषय विशेषज्ञ 17 अप्रैल ‘‘वल्र्ड हीमोफिलिया डे’’ के अवसर पर उपस्थित रहेंगे। इस बात की जानकारी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने दी।