सतना। एकेएस विश्वविद्यालय, सतना में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन 25 नवम्बर, 2014 को किया जाएगा। इस बात की जानकारी देते हुए मुख्य कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि ब्लड डोनेशन कैम्प में समस्त छात्रा-छात्रायें एवं फैकल्टीज शामिल होकर रक्त दान करेंगे तद्उपरांत जिला चिकित्सालय, सतना एवं एकेएस विश्वविद्यालय द्वारा ब्लड डोनेशनकर्ता को प्रमाण पत्र वितरित किए जायेंगे।

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सतना। एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के समाजकार्य विभाग के छात्र-छात्राओं ने जिले में संचालित ‘‘मातृछाया शिशु गृह’’ का अवलोकन कार्य किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने संस्था के उद्देश्य एवं संस्था में लाये जाने वाले बच्चों को गोद लेने की वैधानिक गतिविधियों तथा शासन द्वारा वर्तमान के ‘‘एडाप्सन कानून’’ पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की। तत्पश्चात् वहां पर रह रहे छात्र-छात्राओं की स्थिति का अवलोकन भी किया। इस दौरान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन प्रो. राजीव सोनी ने किया।
ई टीवी मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ ने यंग अंदाज कार्यक्रम के लिए शूट किया। नृत्य विधा के अंतर्गत 7 प्रतिभागियो ने अंतिम चरण मे प्रवेश किया । इसी प्रकार से 60 प्रतिभागियो ने गायन विधा मे अपने स्वरों की आजमाइस करते हुए एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर निर्णायकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। और 16 छात्र- छात्राओं का चयन सेमी फाइनल राउंड के लिए हुआ नृत्य प्रतियोगिता में छात्रा नम्रता नागाइच ने ओ रे पिय़ा....गीत पर नृत्य प्रस्तुत करते हुए प्रथम स्थान अर्जित किया और गायन प्रतियोगिता की विजेता छात्रा एक्रता नागाइच बइयां न धरो....गीत के माध्यम से हुई।
सतना। एकेएस विष्वविद्यालय सतना के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में फ्रेसर्स पार्टी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सीनियर्स स्टूडेंट्स ने जूनियर्स का खुले दिल से वेलकम किया पार्टी में मिस्टर फ्रेसर के खिताब से हिमांषु को नवाजा गया।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना में स्प्रिचुअल स्टडीज विभाग द्वारा भगवत गीता पर वृहद व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में इस्कान, वृंदावन, अक्षय पात्र से आए प्रभु सत्यवृत दास महाराज एवं प्रभु मानवेन्द्रपुरी दास महाराज ने विद्यार्थियों को वर्तमान परिपेक्ष्य में भगवत गीता की प्रासंगिकता पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कर्मयोग को केन्द्रित करते हुए कहा कि हमें वेदों, प्रमाणिक ग्रंथों, प्रमाणिक गुरुओं के आदेशानुसार सही निर्णय लेते हुए कर्म करना चाहिए।