विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव ए.के.एस.विश्वविद्यालय,सतना के बी.टेक,एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग 6वे सेमेस्टर के 15 विद्यार्थी देश के प्रतिष्ठित संस्थानो में इण्डस्ट्रीयल ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं। ट्रेनिंग संस्थानो में सी.एस.आई.आर., सी.एम.ई.आर.आई., सी.ओ.ई.एस.एम. इंस्टीट्यूट लुधियाना, जैन इरिगेशन जलगांव महाराष्ट्र एवं कन्फेडरेशन आॅफ इंडियन इण्डस्ट्रीज स्किल्स ट्रेनिंग सेंटर, छिंदवाडा शामिल है।छज्ञत्र यहाॅ पर एग्रीकल्चर मशीनरी एवं एग्रीकल्चरल प्रोडक्ट की मैन्यूफैक्चरिंग, प्रोडक्सन एवं डिजायनिंग का विस्तृत अध्ययन कर रहे है।

AKS University
AKS University, Satna M.P.
B. Tech Agriculture students of AKS University are receiving industrial training in various prestigious institutions of the country.AKS University has managed to send its 36 students of B. Tech agriculture in institutions like Northern Farm Machinery Training and Testing Institute Hariyana,Central Farm Machinery Hissar, and Training and Testing Institute Budhani. During the training programme students are receiving the practical knowledge of farm machineries, farm power and various agriculture instruments.
विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव ए.के.एस. विश्वविद्यालय, सतना में छात्र -छात्राओं की दक्षता बढाने के लिए प्रशिक्षण वि.वि. में प्रदान किए जाते हैं। देश के प्रतिष्ठित संस्थानों एवं इंडस्ट्रªीज के साथ वि. वि. के विभिन्न विभागों के मेमेारेण्डम आॅफ अंडरस्टैंन्डिंग हैं जिसकी बदौलत एकेएस के विद्यार्थी विशेष प्रशिक्षण से दक्ष होते हैं।इसी उद्येश्य के मदद्ेनजर बी.टेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के छात्रों की एकेडमिक ट्रेनिंग देश के प्रतिष्ठित संस्थानो मे चल रही है। इन संस्थानों में नार्थन फाॅर्म मशीनरी ट्रेनिंग एण्ड टेस्टिंग इंस्टीट्यूट, हरियाणा, हिसार में सेन्ट्रल फाॅर्म मशीनरी ट्रेनिंग एण्ड टेस्टिंग इंस्टीट्यूट, बुधनी में बी.टेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के 36 विद्यार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। इस टेªनिंग के बारे में बताते हुए मनीष कुशवाहा फैकल्टी बी.टेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग ने बताया कि छात्र-छात्राऐं टेªनिंग के दौरान फार्म मशीनरी, फार्म पावर एवं कृषि संयत्रो का प्रायोगिक ज्ञान प्राप्त कर रहे है।
Rane NSK Industries Steering System,Gudgeon selected 15 students of AKS University for the post of Trainee Engineer. Three students have been selected after the completion of first step. Twelve more students will be offered the appointment letters after the completion of second and third rounds. Names of selected students are: Arun Kushwaha, Pankaj Kushwaha and Satyam Singh Bundela. Informing about the it T&P Head MK Pandey told that the students will receive a salary package of 1.44/annum. AKS University management has congratulated the students on their achievement.
सतना।‘‘राणे एनएसके इण्डस्ट्रीज स्टेयरिंग सिस्टम गुडगांव ‘‘मे ट्रेनी इंजीनियर पद के लिए विन्ध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय के 15 छात्रों का चयन किया गया है। प्रथम चरण मे तीन छात्रों का चयन किया गया है। चयनित छात्रों में वि. वि. के डिप्लोमा मैकेनिकल इंजीनियरिंग से अरूण कुशवाहा, पंकज गुप्ता एवं सत्यम सिंह बुंदेला शामिल है। छात्रों का चयन 1.44 पर एनम के पैकेज पर किया गया है। द्वितीय एवं तृतीय चरण में अन्य 12 चयनित प्रतिभागियों को कंपनी में नियुक्ति दी जाएगी। इस बात की जानकारी देते हुए प्लेसमेंट डायरेक्टर ने बताया कि एकेएस वि.वि. में नियमित कैम्पस से छात्र-छात्राऐं चयनित हो रहे हैं। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति माननीय श्री बी.पी. सोनी, कुलपति प्रो. पी.के. बनिक, चेयरमैन अनंत कुमार सोनी के साथ प्लेसमेंट डायरेक्टर एम.के. पाण्डेय ने चयनित छात्रों को बधाई दी है।
40 छात्रों ने जानीं भूमिगत कोयला खदान पिनोरा, जोइला, शहडोल की कार्यपद्वति
ए.के.एस.विश्वविद्यालय के डिप्लोमा माइनिंग 5 वें सेमेस्टर के 40 विद्यार्थियों ने एस.ई.सी.एल. की सुप्रसिद्ध भूमिगत कोयला खदान पिनोरा, जोइला, शहडोल की एक दिवसीय विजिट की। विद्यार्थियों ने कोयला काटने वाली आधुनिक संयंत्र कन्स्ट्रीटियूशन माइंस की कार्यशैली एवं रख-रखाव का विस्तृत अध्ययन किया।
एसईसीएल के ओमप्रकाश जी ने समझाए तकनीकी पहलू
इस दौरान विद्यार्थियों को एस.ई.सी.एल. के जोइला क्षेत्र के जी.एम. ओमप्रकाश कटारे नेे विषयवार तकनीकी जानकारियां दी।
एकेएस से इन्होने किया मार्गदर्शन
विजिट के दौरान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन फैकल्टी प्रो. विद्यासागर, दीप्ती शुक्ला एवं आनंद पाण्डेय ने किया।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय में 30 जुलाई ‘‘जीवन विद्या शिविर‘‘ का समापन हुआ ।जीवन विद्या शिविर के प्रमुख वक्ता श्री सुशील सिंह (जीवन विद्या शोध केन्द्र, शहडोल ,अमरकंटक) ने समापन अवसर पर बताया कि प्रकति का असंतुलन ही समस्याओं के केन्द्र में है। ए. नागराज द्वारा प्रतिपादित जीवन दर्शन जो मानव एवं प्रकृति का संतुलन सिखाता है कि मानव और प्रकृति के संतुलन पर समाज का विकास निहित है। कार्यक्रम में पदार्थ अवस्था,प्राण अवस्था,और जीव अवस्था के साथ प्रकृति के संतुलन-असंतुलन, रोजगार संकट, आर्थिक असंतुलन और निराशा पूर्ण मनोभावों और समाजिक समस्याओं से मुक्त करने के संबंध में व्यक्ति की भागीदारी, मानव व्यवहार, समाधानात्मक विकल्पों, भौतिकवाद एवं मानवीय संविधान के संदर्भ में विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने शिक्षा संदर्भ में कहा कि शिक्षा व्यक्ति के आचरण को बदलती है अैार सह अस्तित्व के साथ जीवन को सही दिशा देती है।इस अवसर पर एकेएस वि.वि. के पदाधिकारी एवं फैकल्टीज ने सहभागिता दर्त कराई।
मीडिया विभाग
With an objective to enhance the practical knowledge of students and to apprise them about the industrial applications of their studies, AKS University manages to send its students in various reputed industries of country which helps the students to set up a better co-ordination between their theoretical knowledge and its practical application, it also helps into the selection of students in campus placement programmes. Conveying more information about it Rama Shukla, H.O.D. Electrical Engineering told that the second year students of Electrical Engineering are receiving 15 days industrial training in Chachai Thermal Power Plant situated in Amarkantak and first year students in Sanjay Gandhi Thermal Power Plant situated in Birsinghpur palee while Diploma students and B.Tech girls are receiving training in MPEB situated in Pateri Satna & MPPTCL situated in Sitpura respectively. After the completion of training programmes students will get equipped with the knowledge of electric production process, Transmission and Electric Distribution Process, she said. During the entire training programme students are being guided by Acchut Pandey, (faculty member, EE) and K.K. Tripathi.
ए.के.एस.वि.वि. के बी.-टेक इलेक्ट्रिकल,अंतिम वर्ष के विद्यार्थी जब भिलाई स्टील प्लांट, छत्तीसगढ़ टेªनिंग के लिए पहुॅचे तो उनके मन मे कई सवाल थे जो उन्हांेने प्राप्क किए। मेजर प्रोडयूसर स्टील रेल, वाइड स्टील प्लेटस एवं दूसरे स्टील प्रोडक्टस के बारे में रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
छात्रों ने विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में जाना भिलाई स्टील प्लाॅट की कार्यप्रणाली
स्टील बनाने की माडर्न मेथेड के बारे में जरुरी जानकारियाॅ प्राप्त कर छात्र काफी उत्साहित हुए। इंडस्ट्रियल टेªनिंग की प्रक्रिया मे विद्यार्थियों ने मेटलर्जिकल प्रोसेस,इलेक्ट्रिकल इक्यूपमेंट्स की तैयार होने की प्रक्रिया, स्विच गियर प्रोटेक्शन, इलेक्ट्रिकल मशीनों की कार्यप्रणाली का गहन अध्ययन विशेषज्ञों के मार्गदर्शन मे किया।
विशेष प्रोजेक्ट्स की भी प्राप्त की जानकारी
भिलाई स्टील प्लांट, छत्तीसगढ़ की माडर्नइजेशन एण्ड एक्सपेंसन कार्यक्रम के साथ स्पेश्लाइज्ड टेªनिंग के दौरान छात्रों को एनवायर्नमेंटल मैनेजमेंट, भिलाई स्टील प्लाॅट के वर्तमान एवं भविष्य के मेजर प्रोज्ेक्ट जिनमें 345 कि.मी. की रेल्वे लाइन जो जम्मू एवं बारामूला के बीच प्रस्तावित है एवं बनिहाल पास की हाई एल्टीट्यूड टनेल,भाभा एटाूमिक रिसर्च सेंटर के न्यूट्रिनो आव्र्जवेटरी के बारे में भी छात्रो कोे जानकारी प्रदान की गई।
एकेएस के फैकल्टी रहे छात्रों के साथ
टेªनिंग के दौरान इंजी.आर.के. श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष रमा शुक्ला एवं फैकल्टी शराफत अली ने छात्रों की जिज्ञाषाओं के बारे मे मूलभूत ज्ञान प्रदान किया।
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय में 25 जुलाई से प्रारंभ होकर 30 जुलाई के समापन तक पहुॅचेंगें।जीवन विद्या शिविर के प्रमुख वक्ता श्री सुशील सिंह (जीवन विद्या शोध केन्द्र, शहडोल ,अमरकंटक) ने बताया कि जीवन विद्या शोध केन्द्र ए. नागराज द्वारा प्रतिपादित एक ऐसा जीवन दर्शन जो मानव एवं प्रकृति का संतुलन सिखाता है। कर्नाटक में जन्मे ए. नागराज ने अपने जीवन का 80 प्रतिशत हिस्सा अमरकंटक के जंगलों में गुजारते हुए सधानाएं की और प्रकृति द्वारा प्रद्त मानव जीवन के सन्दर्भ में इन्हें बोध हुआ और उन्होंने जीवन विद्या शोध केन्द्र की स्थापना कर, अपने दर्शन को लोगों तक पहुंचाया। मानव और प्रकृति के संतुलन पर समाज का विकास निहित है। ए. नागराज ने अर्थशास्त्र को लाभोंन्मादी, मनोविज्ञान को कामोंन्मादी एवं समाज को भोगोंन्मादी बताया है। कार्यक्रम में प्रकृति के असंतुलन, रोजगार संकट, आर्थिक असंतुलन और निराशा पूर्ण मनोभावों ,प्रकृति के संतुलन और समाजिक समस्याओं से मुक्त करने के संबंध में व्यक्ति की भागीदारी की,मानव व्यवहार, समाधानात्मक, भौतिकवाद, मानवीय संविधान के संदर्भ में विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने शिक्षा संदर्भ में कहा कि शिक्षा व्यक्ति के आचरण को बदलती है।
मीडिया विभाग
Six days Jeevan Vidya Shivir which commenced on 25th of July in AKS University concluded here on Saturday. Speaking on the concluding day Susheel Singh said that imbalance in nature is the primary cause of all the problems being faced by mankind. Better coordination with nature is the only way through which people can ensure their development. During the Shivir various topics related to balance and imbalance of nature, economic imbalance, depression due to negative mind set, involvement of human beings to get rid of social problems, human behavior, problem solving techniques and human constitution were discussed in detail. Speaking about the education Susheel Singh said that it is the education which changes the overall behavior of an individual and gives him a new direction with co existence. The Shivir was attended by the Dean, Directors and faculty members of AKS University.
Pharmacy Department of AKS University organized the Induction Programme for the first semester students at the auditorium of AKS University. During the programme students were informed about the importance and duties of a Pharmacist. Students were told as to why the job of Pharmacist is acknowledged to be a noble job and he renders his services for a noble cause i.e. for the betterment of society and humanity. Speaking on the occasion, Surya Gupta, Principal, and Pharmacy Department told that academic excellence works as a bridge of knowledge between teachers and students. Sharing the dias Dr. R.N. Tripathi, O.S.D. told about the significance of discipline in education of students. During the programme a large number of students and faculty members were present.
सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के सभागार में ” फार्मेसी ” विभाग द्वारा विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजित हुआ। विद्यार्थियों को फार्मेसी क्षेत्र के महत्व एवं कॅरियर से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां देते हुए बताया गया कि एक फार्मासिस्ट का क्या महत्व है। और कैसे वह जन सरोकारों का पैरोकार होता है। ओएसडी प्रो. आर. एन. त्रिपाठी एवं फार्मेसी प्राचार्य डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता ने विश्वविद्यालय के फार्मेसी कोर्स की उन्नत एकेडमिक एक्सीलेंस,टीचर्स एवं स्टूडेन्टृस के बीच ज्ञान सेतु एवं शिक्षा प्रणाली में आधुनिकता के साथ अनुशासन का महत्व रेखांकित किया। इस अवसर पर विभाग के फैकल्टीज एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना