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एकेएस वि.वि. सतना के सभागार में असर 2019 survey report का उन्मुखीकरण एवं सर्वेकर्ता छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरण का कार्यक्रम रखा गया। जिसकी अध्यक्षता प्रो.आर.एन.त्रिपाठी ने कीउन्होने कहा कि अगर 10 वर्ष का सेचना है तो कुआ खोदो, 50 साल की सोचना है तो पेंड लगाओ और सदियों के बारे मे ंसोचना है तो युवा को कौशल दो। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से जिला कार्यक्रम अधिकारी,महिला बाल विकास, सौरव सिंह ने कहा कि प्रदेश में 3013 आगनवाडी को बाल शिक्षा केन्द्र के रुप में विकसित किया गया है और सतना में 8 बाल शिक्षा केन्द्र विकसित है 18 और आगनवाडी केन्द्र विकसित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। डाॅ.हर्षवध्रन श्रीवास्तव ने कहा कि 4 साल का बच्चा माॅ और समाज से सीखता है। महेन्द्र यादव ने असर सर्वे-2019 की समीक्षा की और इसके निष्कर्षो पर प्रकाश डाला। उल्लेखनीय है कि प्रथम फाउंडेशन द्वारा असर कार्यक्रम के तहत अर्ली एज 4 से आठ साल के बच्चों का संजानात्मक विकास, प्रारंभिक भाषा, प्रारंभिक गणित सामाजिक एवं भावनात्मक विकास अध्ययन करने हेतु सम्पूर्ण भारतवर्ष के 24 राज्यों के 26 जिलों में सर्वेक्षण कार्य किया गया। जिसमें म.प्र. में भोपाल एवं सतना जिला भी शामिल हैं।सतना जिले में इस सर्वे के लिए एकेएस वि.वि. के समाजकार्य विभाग द्वारा सर्वेक्षण कार्य संपन्न कराया गया जिसमें एकेएस वि.वि. सतना,राजीव गाॅधी काॅलेज ओर महात्मा गाॅधी काॅलेज के 60 सर्वेक्षक शामिल हुए।जिले के आठों ब्लाकों में चिन्हित 60 गाॅवों में 1097 घरों में 1365 बच्चों का सर्वे किया गया।इस मौके पर अमर सिंह,बाल संरक्षण अधिकारी,एस.सी.राॅय,प्रो.डिग्री काॅलेज,डाॅ.आर.एन.त्रिपाठी, अरुण शुक्ला, प्राघ्यापक, महात्मा गाॅधी काॅलेज, महेन्द्र यादव, असर कार्यक्रम समन्वयक, अखिेलेश रिछारिया, श्याम किशोर कोलारे, कताल लदाफ, मजू चैटर्जी, कमलाकर सिंह, नीलम तिवारी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।