b2ap3_thumbnail_IMG_9359_20191111-055411_1.JPGb2ap3_thumbnail_IMG_9354_20191111-055412_1.JPGb2ap3_thumbnail_IMG_9351_20191111-055414_1.JPG

ए.के.एस. University एवं राजीव गाँधी College सतना के समाजकार्य विभाग द्वारा ‘अर्ली इयर्स’ (Early Years) 4-8 आयु वर्ग के बच्चों की शिक्षा की बुनियादी प्रारंभिक दक्षतायें जानने हेतु प्रथम education foundation की सर्वेक्षण इकाई असर center के माध्यम सतना जिले के में चयनित 60 गाँव का सर्वेक्षण किया जायेगा l इस प्रशिक्षण हेतु दिनांक 04 से 07 नवम्बर तक चार दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन राजीव गाँधी college सतना में संम्पन किया गया l इसमें करीब 60 Students को सर्वेक्षण के लिए प्रशिक्षित किया गया है l प्रशिक्षण की शुरुआत करते हुए कॉलेज प्राचार्य डाॅ. जी.ए,l- पाण्डेय ने कहा की  किसी भी समाजकार्य के माध्यम से बच्चों में शिक्षा से सम्बन्धी दक्षताएँ एवं किसी भी कार्य को जमीनी स्तर से सीखने के लिए इस प्रकार के सर्वेक्षण एवं अनुसन्धान की महत्वपूर्ण आवश्यकता होती है l इससे ही आगे बच्चों के बुनियादी समझ में सुधार की सम्भावनाये बढेगी l समाजकार्य की विभागाध्य्क्ष प्रो. मंजू चटर्जी एवं शिक्षक कमलाकर सिंह ने असर सर्वे के माध्यम से शिक्षार्थियों की क्षमता विकास होने के साथ-साथ बच्चों की इस उम्र में क्या समझ होनी चाहिए इसकी वास्तविक जानकारी के बारे में बताया l Annual  Status of Education Report (ASER) 2019 सर्वेक्षण के लिए भोपाल से आये कार्यक्रम समन्वयक श्री महेन्द्र सिंह यादव ने बताया की यह सर्वेक्षण देश के सभी राज्यों में किया जा रहा है जिसमें मध्य प्रदेश के सतना और भोपाल जिले को शामिल किया गया है और इसकी रिपोर्ट जनवरी में प्रकाशित की जाएगी, मुख्य प्रशिक्षक के रूप में श्री अखिलेश रिछारिया ,श्री श्याम कोलारे , दिल्ली से सुश्री स्वेता भूताड़ा, श्री राकेश चौहान, धर्मवीर सिंह , मीना शर्मा , सुश्री श्रष्टि ने प्रशिक्षणार्थियों को बच्चों से सम्बन्धी जानकारी लेना व असर टूल के माध्यम से जाँच करने की विस्तृत जानकारी दी l एवं असर सेंटर, प्रथम संस्थान की स्वायत्त अनुसंधान और मूल्यांकन इकाई है , Annual  Status of Education Report (ASER) 2019 असर का लक्ष्य ‘अर्ली इयर्स’ (Early Years) पर प्रकाश डालना है और 4-8 आयु वर्ग के छोटे बच्चों के विद्यालय में नामांकन और कुछ अन्य महत्वपूर्ण विकासात्मक संकेतकों पर जानकारी प्रदान करना है |लगभग 60 स्वयंसेवकों Students की टीम जिले में सर्वेक्षण का नेतृत्व करेगी तथा सर्वेक्षण के लिए उपयोग में लाए जाने वाले टूल और प्रक्रियाओं को समझने और उनके अभ्यास हेतु टीम को कार्यशाला प्रशिक्षित किया गया है | चार दिवसीय प्रशिक्षण में कक्षा सत्र के साथ एक दिन का field अभ्यास भी कराया गया है