एकेएस वि.वि. के बी.टेक. एवं डिप्लोमा माइनिंग के 500 से ज्यादा विद्यार्थी देश की प्रसिद्व खदानों की वर्किग एवं वहाॅ खनन की कार्यप्रणाली का विस्तार से अध्ययन करने के लिए 28 दिवसीय टेªनिंग के लिए जा रहे है।माइनिंग तकनीकी की टेªनिंग जून के प्रथम सप्ताह से प्रारंभ हो गई है। टेªनिंग के दौरान छात्र माइनिंग की कार्यप्रणाली का गहन अध्ययन विशेषज्ञों के मार्गदर्शन मे करते हैं। माइनिंग संकाय के छात्र देश की एकमात्र सोने की खदान हटटी गोल्ड माइन्स ,कर्नाटका,हिन्दुस्तान काॅपर,खेत्री, राजस्थान,मलाजखंड काॅपर माइन्स,मध्यप्रदेश,यूरेनियम माइन्स, एनएमडीसी, दोनीमलाई, एनएमडीसी, किरन्दुल, बछेलू माइन्स,साउथ ईस्टर्न कोल फील्डस,वेस्टर्न कोलफील्डस,नार्दर्न कोलफील्डस,ईस्टर्न कोलफील्डस,भारत कोकिंग लिमि. धनबाद ,आदित्य बिरला गृुप की खानों आदि के अंतर्गत आनेवाली अंडरग्राउंड एवं ओपेन कास्ट माइन्स, टाटा स्टील संस्थानों मे भी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगें। प्रशिक्षण के दौरान छात्र माइनिंग तकनीकी ,माइनिंग मे उपयोग होने वाले सुरक्षा उपकरणों के बारे मे जानकारी प्राप्त करेगें। उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. के 81 छात्र डीजीएमएस की गैस टेस्टिंग परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं।वोकेशनल टेªनिंग करने के बाद छात्रों के लिए माइनिंग के क्षेत्र में रोजगार के व्यापक दरवाजे खुल रहे हैं। एकेएस वि.वि. देश के कुछ चुनिंदा संस्थानों में से एक है जहाॅ के छात्र 28 दिवसीय वोकेशनल टेªनिंग पर जा रहे हैं। गौरतलब है कि विद्यार्थी अलग-अलग खदानों मे धातुओं के खनन की प्रणाली जानेंगे एवं माइनिंग टेªनिग से उनके लिए रोजगार के नए आयाम भी खुलेंगे ओर छात्र बेहतर वर्किग प्रोफेशनल भी बनेंगें। माइनिंग के छात्रों के लिए वोकेशनल टेªनिग को उद्येश्यपरक एवं बडे पैमाने पर टेªनिंग निर्धारित करने पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी और कुलपति प्रो. पारितोष के बनिक ने इंजी. डीन डाॅ.जी.के. प्रधान, डायरेक्टर टेªनिंग इंजी. ए.के. मित्तल,माइनिंग विभागाध्यक्ष डाॅ. बी.के. मिश्रा, इंजी. अवधेश पाण्डेय, इंजी. जे.एन. सिंह, फैकल्टी मनीष अग्रवाल एवं सम्पूर्ण विभाग के प्रयासों की सराहना की है।