सतना। एकेएसयू में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग के छात्र-छात्राओं एवं फैकल्टीज द्वारा एकेएस परिसर में छायादार एवं फलदार वृक्षों का रोपण किया गया जिसमें कि मुख्य रूप से पीपल, आम, नीम, जामुन इत्यादि वृक्षों का  रोपण हुआ। विद्यार्थियों को एनएसएस मुख्य प्रभारी एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी ने वृक्षों के महत्व एवं उनके उपयोग पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वृक्षों का रोपण हमारे पर्यावरण और जीवन की गुणवत्ता को सुधारने में सबसे सस्ता और प्रभावी तरीका होता है जो कि विभिन्न प्रकार की समस्याओं जल समस्या, मृदा अपर्दन, प्रदूषण, वाइल्ड लाइफ हैबीटाॅट, एनर्जी सेविंग एण्ड इकोलाॅजिकल रिस्टोरेशन एण्ड बैलेंस के लिये बहुत ही प्रभावी है। वृक्ष वातावरण के ऊष्मा, ताप और हवा की शुद्धता को नियंत्रित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। वृक्ष एक ध्वनि अवरोधक का भी कार्य करते हैं और ये  ध्वनि प्रदूषण और इससे होने वाले प्रभावों को नियंत्रित करने में भी अपनी भूमिका निभाते हैं। अंत में छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष हरियाली एवं वन महोत्सव के अवसर पर वृक्ष सुरक्षा एवं संरक्षण पर जोर देते हुए पृथ्वी पर कम से कम पांच वृक्षों का रोपण कर उन्हें संरक्षित करने की सपथ दिलाई गई। क्योंकि हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि एक वृक्ष दस पुत्रों के समान है और बिना वृक्ष के जीवन संभव नहीं है।