कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत अतिथियों ने देवार्चन, दीप प्रच्वलन और माल्यार्पण करके की। सभागार में उद्यमिता विकास अवसर एवं प्रसार की संभावनाओं पर सात दिवशीय कार्यशाला में अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक ने कहा कि शिक्षा का उचित एवं सही दिशा मे प्रयोग जरुरी है जिससे किसी एक क्षेत्र को चुनकर उसमें ईमानदारी से कार्य करते हुएसही अर्थो में आप उद्यमी बन सकते है। वि.वि. में संपन्न हुए कार्यक्रम में महत्वपूर्ण अतिथियों में मुख्य अतिथि एकेएस वि.वि. के कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक रहे कार्यशाला के संयोजक शिवेश प्रताप सिंह, प्राध्यापक जंतु विज्ञान, डाॅ.शैला तिवारी,ने अपनी संस्था के कार्यो से उपस्थित जनों को अवगत कराया। डाॅ.महेन्द्र तिवारी ने अपशिष्ट पदार्थो के वैज्ञानिक तरीके से प्रबंधन पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को कार्यक्रम का सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। डाॅ.नीरजा खरे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जीवन मे रिस्क उठाना महत्वपूर्ण है किसी एक लक्ष्य का पीछा करना भी आसान है। कार्यक्रम के संयोजक एवं संचालक डाॅ. शिवेश प्रताप सिंह, ने कहा कि सात दिवसीरूा कार्यक्रम में सभी जनों का व्यापक सहयोग ही सफलता का कारण रहा। कार्यक्रम में सतना शहर के विभिन्न संस्थानों के छात्र-छात्राऐं प्रमुख रुप से उपस्थित रहे। सवाल जवाब सेशन के बाद सभी प्रतिभागियों ने अपने अनुभव शेयर किए। कार्यक्रम के सहसंयोजक पर्यावरण विभागाध्यक्ष डाॅ.महेन्द्र तिवारी ने समस्त सात दिनों की रुपरेखा और कार्यक्रम की संरचना के बारे में अतिथियों और विद्यार्थियों को अवगत कराया। कार्यशाला एकेएस वि.वि. पर्यावरण विज्ञान विभाग और शासकीय पी.जी.काॅलेज के संयुक्त तत्वावधान एवं नासी प्रयागराज के सहयोग से आयोजित की गई।