एकेएस विश्व विद्यालय सतना के छात्र एक सप्ताह तक ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव के लिए कृषि विज्ञान केंद्र के अंतर्गत खेती के कार्यो का पूर्ण अनुभव प्राप्त कर रहे है कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख राजेंद्र सिंह नेगी ने बताया की एक सप्ताह तक केंद्र में कृषि वैज्ञानिको के मार्गदर्शन में कृषि से सम्बन्धित हर विधा का व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करेंगे वरिष्ठ वैज्ञानिक डाण्वेदप्रकाश सिंह ने बतया की कैसे कृषि तकनीकी को किसानो तक पहुचाया जाय तथा कृषि को लाभ का धंधा कैसे बनाया जाए एवं श्री अखिलेश जागरे पौध सुरक्षा वैज्ञानिक एवं रावे प्रभारी का कहना है की छात्रों को केंद्र में रोजाना कृषि से सम्बंधित विभिन्न विषयों में व्याख्यान दिए जाते है तथा उनका प्रक्षेत्र पर छात्रो से करवाया जाता है तथा रावे के छात्रों को देखो दृ करो दृ सिखो के मूल मंत्र पर कार्य करवाते है रावे के छात्रों को दैनिक रूप से खेतो में फसल की पहचानए किस्मों की जानकारीए मृदा की जाच फसलो में लगने वाले कीट व्याधियो एवं खरपतवार की पहचान व रोकथाम की जानकारी से जुड़े कार्य किये जाते हैद्य वरिष्ठ शोध कता श्री हिमांशु सिंह ने बताया की रासानिक दवाइयों के इस्तमाल करते वक्त क्या क्या सावधानिय रखना चाहिए साथ ही दवाइयों का घोल कैसे तैयार करते है शस्य विज्ञान के वैज्ञानिक डाण्अजय चौरसिया जी ने बताया की फसल चक्रएकिस्मों को चुनाव कैसे करे तथा बुवाई की विभिन्न तकनीकी के बारे में बताया साथ ही श्री अशोक शर्मा जी ने मृदा परिक्षण के बारे में बताया साथ ही रासानिक खादों का कम उपयोग कर जैविक खादों का उपयोग करने की सलाह दी रावे समन्वयक सात्विक बिसारिया का कहना है कि छात्रों को कृषि विज्ञान केंद्र प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ.साथ उन्हें नौकरी के लिए तैयार करने में सक्षम करेगा। बीते सालों में विनिर्माण ;मैनुफैक्चरिंगद्ध क्षेत्र में सरकार का प्रमुख फोकस रहा है। विनिर्माण क्षेत्र के महत्व और इससे उत्पन्न होने वाले रोजगार को देखते हुए इस प्रायोगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम को शुरू किया गया है।कृषि विज्ञान केंद्र प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत छात्रों को खाद्य प्रसंस्करण ए मशरूम उत्पादनए कुक्कुट पालन ए वर्मी कम्पोस्ट आदि तकनीकी के लिए विशिष्ट प्रकार का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।