सतना। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान ने कुसमुंडा एरिया में आयोजित सेमिनार में हिस्सा लिया। सेमिनार के दौरान कोयला उत्पादन के साथ सुरक्षा पर भी चर्चा हुई। एसईसीएल कुसमुंडा एरिया के महाप्रबंधक यू.के. सिंह ने इस अवसर पर कहा कि कुसमुंडा खदान से मेगा कोयला उत्पादन के लिये कम्प्यूटर टेक्नोलाॅजी और आईटी प्लानिंग कारगर साबित होगी। भावी पीढ़ी को एसईसीएल कुसमुंडा एरिया में खनन तकनीक पर जानकारी देने के लिये सेमिनार का आयोजन किया गया। एकेएस वि.वि. के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी.के. प्रधान ने एसईसीएल एवं कुसमुंडा क्षेत्र का आभार जताते हुए कहा कि एकेएस वि.वि. के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण में सहायता देने और उपलब्ध ज्ञान साझा करने में एसईसीएल अग्रणी रहा है। इस मौके पर माइनिंग विभागाध्यक्ष डाॅ. बी.के. मिश्रा ने एकेएस वि.वि. में संचालित माइनिंग डिप्लोमा स्टूडेंट्स के 3 बैचों ने डीजीएमएस स्टेचुअरी सर्टिफिकेट एवं बी.टेक माइनिंग स्टूडेंट्स के 2 बैचों द्वारा प्राप्त की गई सफलता पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि एकेएस वि.वि. में पढ़ाये जाने वाले सभी कोर्सेस डीजीएमएस द्वारा अनुमोदित हैं जिसमें डिप्लोमा इन माइनिंग, डिप्लोमा माइनिंग एण्ड माइन सर्वेइंग, बी.टेक माइनिंग, एम.टेक माइनिंग पूर्णकालिक एवं अंशकालिक पाठ्यक्रमों की सम्पूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि युनिवर्सिटी से उत्तीर्ण अधिकतम छात्रों ने डीजीएमएस का ओवरमैन एवं सेकेण्ड क्लास सर्टिफिकेट प्राप्त करके कोयला क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम में अन्य वरिष्ठजन भी उपस्थित रहे। आभार ज्ञापन एस.के. मोहन्ती, महाप्रबंधक खनन कुसमुंडा परियोजना द्वारा किया गया।