सतना। एकेएस विश्वविद्यालय एग्रीकल्चर संकाय रावे के सातवें सेमेस्टर के छात्रों द्वारा धनखेर में किसान संगोष्ठी का कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम के समन्वयक सात्विक बिसरिया रहे इनके मार्गदर्शन में ग्राम धनखेर में किसान संगोष्टी का आयोजन हुआा। संगोष्टी में किसानों द्वारा खेती में आने वाली समस्याओं पर चर्चा की गई। विश्वविद्यालय के फैकल्टीेज द्वारा किसानों की समस्याओ का निदान बताया गया। एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के मनीष सिंह ने कहा कृषि का अब भविष्य उज्जवल है और वर्तमान की कृषि भारतीय अर्थ व्यवस्था की नीव है। इसी क्रम में डॉ भूमानन्द सरस्वती ने कहा कि अगर हमें कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाना है तो हमे उन्नत प्रोद्यागिकी का प्रयोग करना होगा। सात्विक ने कार्बनिक खेती व आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी साकेत मालवीय, उप संचालक कृषि डॉ शर्मा, रीवा कृषि महाविद्यालय के डॉ आर.पी. जोशी, क्षेत्रीय बीज प्रमाणीकरण अधिकारी श्री विश्वनाथ त्रिपाठी, फार्म इंचार्ज रेवरा, एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि संकाय डीन डॉ तोमर, डॉ हर्षवर्धन प्रति कुलपति विकास उपस्थित रहे क्रायक्रम में वृक्षरोपण भी किया गया। विश्विद्यालय व कार्यक्रम समन्वयक सात्विक को धन्यवाद दिया गया और भविष्य में इस तरह की संगोष्ठियां करने का भी आग्रह कियागया। कार्यक्रम के समापन पर सात्विक ने सभी उपस्थितजनो का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में लगभग 100 कृषकों व विश्वविद्यालय के रावे के छात्रो ने भी हिस्सा लिया ।