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सतना। एकेएस वि.वि. मे पहली बार ब्राहमी लिपि का सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया जिसके बेहद सकारात्मक परिणाम आए यह पाठ्यक्रम एकेएस वि.वि. के अधिकारियों और छात्रों के साथ प्रांरंभ किया गया। इसकी परीक्षा गत दिवस वि.वि. में आयोजित की गई थी। वि.वि. में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में 50 अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर कोर्स की संचालिका द्वारा सर्टिफिकेट वितरित किए गए। शाश्वत पूर्णा जी ने बतलाया कि ब्राहमी लिपि का भारतवर्ष में उद्भव और विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है क्यांेकि इसके माध्यम से भारत की सभ्यता, संस्कृति तथा भैातिक एवं आध्यात्मिक विकास के कई अनसुलझे पहलुओं को समझने में छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारी हो सकती है। अनुसंधान कर्ताओं एवं ऐतिहासिक व पुरातत्व स्थलों, म्यूजियम आदि में ब्राहमी लिपि के ज्ञान से अन्वेशण कर्ताओं के ज्ञान मे ंविशेष लाभ हो सकेगा। वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने कहा कि अब यह पाठ्यक्रम नियमित रुप से वि.वि. में संचालित होता रहेगा ताकि उसका नागरिकों के साथ शेाधार्थी और इतिहास विषय से संबंधित छात्रों को विशेष लाभ मिल सके। सर्टिफिकेट वितरण कार्यक्रम को वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन और डाॅ आर.एस.त्रिपाठी ने भी संबोधित किया।इस मौके पर वि.वि. के पदाधिकारी उपस्थित रहे।