सतना। पक्षियों का कलरव संगीत की बानगी है,उनकी चहचहाहट से बाग-बगीचे उपवन में खुशियाॅ तैरती है छत की मुंडेर पर कौआ हो तो मेहमान आने की बात दादी करती थीं मिठठू के राम-राम कहते ही मन हर्षित हो जाता है एकेएस विश्वविद्यालय सतना के बी.एससी. सिक्स्थ सेमेस्टर के विद्यार्थी फिरदौस नवाज सिद्दीकी विवेक द्विवेदी, पवन गौतम, अनूप सिंह, उपेन्द्र तिवारी, साजिया, विष्णु सिंह सोमवंशी, मानसी गुप्ता, श्रष्टि सिंह, बृजेश, वंदना सोनी, स्नेहा, जाह्नवी, दीप्ति, रूपाली ने पक्षियों के लिए पानी के बर्तन रखे व उनमे नियमित पानी भरने का संकल्प लिया गौरतलब है कि वि.वि. प्रांगण में पानी के कई बर्तन पक्षियों के लिए रखे गए। छात्रों ने बताया कि पेरिस में आयोजित वल्र्ड ग्लोबल वार्मिंग मीट की रिपोर्ट (2017) के अनुसार बदलते जलवायु और उसके हो रहे प्रभाव में पक्षियों की कई प्रजातियाॅ विलुप्त होती जा रही हैं और प्रजातियों के विलुप्त होने का कारण पानी की कमी बताया जा रहा है। इसी के साथ घातक रेडिएशन भी उन्हे पुथ्वी से एक्सटिंक्ट कर रहा है ओर अगर हम न चेते तो हमारी अगली पीढी इन्हें देख भी नहीं पाएगी। पक्षियों को विलुप्त होने से बचाने और तपती गर्मी में उनकी प्यास बुझाने के लिए वि.वि. के छात्रों ने एक कदम बढाया हे ओर इसमें वह ओर लोगों को जागरुक भी करेंगें। इस दिशा में वि.वि. के छात्रों ने पूरे वि.वि. में पक्षियों के पानी की सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की। पक्षियों को बचाने की मुहिम में डाॅ. नीलेश राय, डाॅ. महेन्द्र तिवारी, डाॅ. ओ.पी. त्रिपाठी, साकेत कुमार एवं पुनीत चनपुरिया आदि प्राध्यापकों ने छात्रों का मार्गदर्शन किया ओर उन्हें इस पुनीत कार्य के लिए प्रेरित किया।