एकेएस वि.वि. के पर्यावरण विज्ञान विभाग के एमएससी इन्वायर्नमेंट साइंस द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थी अंकित पाण्डेय एवं चक्रधर पाण्डेय ने 4 फरवरी से 11 फरवरी तक तरुण भारत संघ ,अलवर में जल पुरुष डाॅ. राजेन्द्र सिंह, चमन सिंह, छोटेलाल एवं सुरेश रैकवार के मार्गदर्शन में जल संरक्षण की ट्रेनिंग के दौरान छात्रों ने गोपालपुरा, वूडखेड़ा महाराजपुरा, राजारामपुरा आदि क्षेत्रों में भ्रमण किया और वहाँ के स्थानीय लोगों से मिलकर वहाँ की पहले भीषण पानी के संकट की स्थित और आज की जल की पर्याप्त उपलब्धता की स्थिति का अध्ययन किया और वाटर कन्जर्वेशन,वाटर डिस्ट्रीब्यूशन,वाटर यूजर प्लान और वाटर डिमांग के ऊपर जानकारी ली। छात्रों को बताया गया कि किसी भी जल संरचना के निर्माण के लिये पहले स्थान चयन, जमीन की किस्म, मिट्टी की उपलब्धता, स्लोप एरिया, पानी का कैचमेन्ट एरिया, वाटर लेवल, बेस लेवल, आउटलेट लेवल, स्लोप की ऊँचाई महत्वपूर्ण होते हैं। विशेषज्ञों के मतानुसार राजस्थान में जिन क्षेत्रों में जल संरक्षण का कार्य हुआ है वहाँ पर लोगों का सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यावरण में बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। जल संरक्षण के क्षेत्र में सतना जिले में अगर कार्य किया जाय तो हम होने वाले जल संकट को रोक सकते हैं। जल संरक्षण के क्षेत्र में जल पुरुष डाॅ. राजेन्द्र सिंह ने राजस्थान के 18 जिलों के 1000 गाँवों में 10500 जल संरक्षण संरचनाओं का निर्माण किया तथा जल जोड़ो अभियान के माध्यम से इसको सफल बनाया। विभागाध्यक्ष डाॅ.महेन्द्र तिवारी,फैकल्टी सुमन पटेल और नीलाद्री शेखर राॅय ने छात्रों को सीखे हुए ज्ञान का प्रसार करने के लिए पे्ररित किया।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना