एकेएस विश्वविद्यालय के लायब्रेरी विभागाध्यक्ष दशरथ पाटीदार का रिसर्च पेपर ”इन्डीजीनियस आफ प्रिर्जविंग मेन्यू स्क्रिप्ट इन लाईब्रेरी” इण्टर नेशनल जनरल आॅफ रिसर्च इन लायबे्ररी सांइस के जुलाई से दिसम्बर अंक में प्रकाशित हुआ है। गौरतलब है कि यह शोध पत्र पांडुलिपियों का संग्रह मानव समाज , शोधकर्ता के लिए मूल्यवान हैजो इनका उपयोग आसानी से कर सकते है। इस पेपर का उद्देश्य पुस्तकालय में पांडुलिपियों के संरक्षण से है इसमें पांडुलिपियों के संरक्षण में एनएमएम की भूमिका पर भी चर्चा की है। पुस्कालय ज्ञान का स्थान है, तथा संसाधन साझेदारी का केंन्द्र भी है। इसके साथ-साथ पुस्तकालय वर्तमान समय में सूचना प्रणाली , नेटवर्क और अन्य आधुनिक सुविधाओं के आधुनिकीकरण करने के लिए प्रयासरत् है। निष्कर्ष के तौर पर वर्तमान परिवेश में पांडुलिपि हमारी संस्कृति और भारतीय परम्परा की प्रथमिक स्त्रोत है तथा पुस्कालय में इन पांडुलिपि के रखरखाव एवं संरक्षण पर अधिक जोर दिया जा रहा है ताकि विलुप्त हो रहे ग्रंथो एवं पांडुलिपि को आने वाली पीढ़ी एवं वर्तमान समय में अधिक से अधिक उपयोग किया जा सके।