b2ap3_thumbnail_8ebae664-6787-4989-9fd4-cfffe67367d8.jpgb2ap3_thumbnail_c1db86c4-cf01-4992-8899-4fa4237a7624.jpgb2ap3_thumbnail_cee3fda4-6ee9-4ea9-8247-16865fbb307e.jpgb2ap3_thumbnail_de81587c-6daa-45bb-8722-da6fed67c41d.jpgb2ap3_thumbnail_de81587c-6daa-45bb-8722-da6fed67c41d.jpgसतना। एकेएस वि वि. के बीटेक इलेक्ट्रिकल एवं कम्प्यूटर सांइंस विभाग के सेकेण्ड सेमेस्टर के 50 छात्रों ने पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष के मार्गदर्शन में उत्तर रेलवे के अपशिष्ट जल शेाधन संयंत्र, सतना में हो रहे प्रदूषित जल की ट्रीटमेंट कीे विभिन्न चरणेां एवं प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी एवं कार्यप्रणाली का अध्ययन किया एवं वर्तमान में जल की हो रही अनुपलब्धता एवं जल संकट को अपशिष्ट जल शेाधन संयंत्र द्वारा शोधित कर पुनः उपयोग में लाकर उसको मैनेज (प्रबंधित) किया जा सकता है और पानी को व्यर्थ होने से बचा कर संरक्षित कर सकतें है। विजिट का मार्गदर्शन डाॅ. महेन्द्र कुमार तिवारी ने किया।