b2ap3_thumbnail_839f91cb-5826-4e19-8234-19d74be7f693_20160215-045248_1.jpg‘या देवी सर्वभूतेषु,बुद्वि रुपेण संस्थितः नमस्तस्यै-नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः‘‘एकेएस वि.वि. के सभी संकायों में वैदिक मंत्रोच्चार के बाद माॅ की स्तुति की गई।सुगन्धित विभिन्न पुष्पों से गूॅथी माला से सजी माॅ के समक्ष आध्यात्मिक दिए की लौ प्रज्वलित की गई। शुभ घंटियों की ध्वनि के बीच वैदिक मंत्रोच्चार होता रहा और विद्या की देवी सरस्वती का पूजन विधि -विधान से संपन्न कराया गया। माॅ शारदा से वि.वि. परिवार के सदस्यों नें आॅखें बंदकर प्रार्थना की कि हे विद्या की देवी हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो,हमारे अंतरमन को विद्या के प्रकाश से आलोकित करो, हमारा मार्ग सत्य पथ पर प्रशस्त करो , हे स्वर की देवी, गीत और संगीत तुझसे है हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे हैं ,मन से हमारे मिटा के अॅधेरे विद्या का हमको भी वरदान दे माॅ, हे शारदे माॅ हे शारदे माॅ..पूजन अर्चन की बेला के बाद माॅ के आशीर्वाद स्वरुप प्रसाद का वितरण विश्वविद्यालय परिवार के बीच किया गया।