एकेएस विश्वविद्यालय ने बतौर नाॅलेज पार्टनर 12 , 13 सितम्बर 2015 को भुवनेश्वर में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया । राष्ट्रीय सम्मेलन में एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में एनर्जी कंजर्वेशन की उपयोगिता पर जानकारी देते हुए कहा कि एकेएस वि. वि. में ”एनर्जी मैनेजमेंट सेंटर” की स्थापना जल्द ही की जाएगी । इसी परिपेक्ष्य में उन्होने एकेएस विश्वविद्यालय में 14 दिसम्बर 2014 को आयोजित ”राष्ट्रीय एनर्जी कंजर्वेशन दिवस” के सफल आयोजन एवं उसकी विशिष्ठ उपलब्धियों पर अतिथियों से चर्चा की और बताया कि इसमें म. प्र. शासन के रिन्यूएबल एनर्जी रिसोर्सेस एण्ड पब्लिक रिलेशन एवं उर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल एवं अन्य विषय विशेषज्ञों ने कार्यक्रम की गरिमा में चार चांद लगाए थे।
एनर्जी कंजर्वेशन के बहुआयामी पहलुओ पर हुई चर्चा
स्वास्ति प्रीमियम, भुवनेश्वर (होटल) के सभागार में ”द इंडियन माइनिंग एण्ड इंजीनियरिंग जरनल” द्वारा ”एनर्जी कंजर्वेशन” पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत के विभिन्न खनन क्षेत्रों से आए लगभग 100 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रबुद्ध जनों ने एनर्जी कंजर्वेशन एवं कार्बन - डाईआक्साइड उत्सर्जन पर रोक लगाने हेतु आम सहमति जताते हुए हर क्षेत्र में वैज्ञानिक नजरिये से ऊर्जा संरक्षण करने की जागरुकता पर जोर दिया गया और प्रदूषित एवं विषाक्त गैसों के उत्सर्जन में कमी करने के पहलुओं पर चर्चा की गई ।
एकेएस में होगी ”एनर्जी मैनेजमेंट सेंटर” की स्थापना
इस अवसर पर एकेएस वि.वि. के इंजीनियरिंग डीन डाॅ. जी. के. प्रधान एवं प्रो. एस. जयन्तू (एनआईटी राउरकेला) ने कार्यक्रम के संचालन के दौरान एकेएस विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में एनर्जी कंजर्वेशन की उपयोगिता पर जानकारी देते हुए एकेएस में ”एनर्जी मैनेजमेंट सेंटर” की स्थापना एवं उसके उददेश्यों पर बात की एवं वि.वि. में संचालित इलेक्ट्रिकल, माइनिंग, एग्रीकल्चर, बेसिक साइंस इत्यादि संकायों की भागीदारी में एनर्जी के संबंध में ट्रेनिंग, शोध कार्य तथा एनर्जी कंजर्वेशन पर कार्यशालाओं के आयोजन की बात की।
इन विषय विशेषज्ञों ने दी कार्यक्रम को गरिमा
कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर की अध्यक्षता प्रतिष्ठित जियोलाॅजिस्ट और खनन विशेषज्ञ वी.के. मोहन्ती ने की । एन.आर. मोहन्ती( नालको डायरेक्टर ), बी. रमेश कुमार (डायरेक्टर, सीगांरनी कोल कंपनी), एस.एन. पाढ़ी (पूर्व खनन सुरक्षा महानिदेषक) मलेशिया होेल सिम कम्पनी के खनन एडवाइजर मि. भटवाड़ेकर ने अपने वक्तव्य में एनर्जी कंजर्वेशन की आवश्यकता और व्यापक प्रसार पर सभी से सहयोग की अपेक्षा की और एकेएस वि. वि. द्वारा किए जा रहे अभिनव व भविष्यस्र्पशी संवेदनशील कार्यो की सराहना की गई। ”द आईएमई जरनल” के एन्युअल अवार्ड फंक्शन में प्रतिष्ठित इंजीनियर्स, खनन शास्त्री और वैज्ञानिकों को भी सम्मानित किया गया।
ये प्रतिष्ठित् संस्थान रहे उपस्थित
इस सम्मेलन में देश के प्रतिष्ठित केन्द्रीय खान मंत्रालय, श्रम मंत्रालय, कोल इंडिया, एसईसीएल, एनएमडीसी, आईआईटी खड़गपुर, एनआईटी राउरकेला, एनसीएल सिंगरौली ,मलेशिया होेल सिम कम्पनी के तथा विभिन्न लौह, विद्युत कंपनी एवं लाइम स्टोन खदान के सदस्यों ने भाग लिया। एकेएसयू के प्रतिनिधिमंडल में फैकल्टी मनीष अगव्राल, गौरी रिक्षारिया, श्रöा पाण्डे, क्षिप्रा माथुर भी शामिल रहे ।
मीडिया विभाग
एकेएस विश्वविद्यालय, सतना