एकेएस के वायोटेक विभाग मे होगा अलसी पर रिसर्च
एकेएस के वायोटेक विभाग मे होगा अलसी पर रिसर्च बायोटेक हेड ने कहा अलसी है डायबिटीज व ह्दय रोगों मे अमृततुल्य सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के बायेटेक के विभागाध्यक्ष डाॅ कमलेश चैरे का कहना है कि विभाग जल्द ही कर्ठ एमऔयू दीनदयाल शेाध संस्थान व अन्य संस्थानों से करने जा रहा है और अलसी की उन्नत प्रजाति के उत्पादन हेतु किसानो को जागरुक भी करेगा जिससे विन्ध्य क्षैत्र मे इस दिशा मे कार्य हो सके और रिसर्च को बढावा मिले । बायोटेक की नवीनतम टेक्नालाॅजी जैसे जिनोमिक्स, मेटाजीनोमिक्स, माइक्रोबियल टेक्नालाॅजी, इंडस्ट्रीयल बायो टेक्नालाॅजी, रियल टाइम जीन एक्सप्रेसन एनाॅलिसिस, बायो इन्फारमेटिक्स, बायो नैनो टेक्नालाॅजी, सेल एवं टिश्यू इंजीनियरिंग एवं स्टेम सेल रिसर्च पर व्यावहारिक ज्ञान विस्तृत रूप से करवाया जा रहा है जिन्हें सीख कर विद्यार्थी आगे स्टेम सेल रिसर्च, वैक्सीन रिसर्च एवं कृषि क्षेत्र को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगे। इंस्टीट्यूट इंडस्ट्रीज इंटरफेस एवं विभिन्न बायोटेक कम्पनियों एवं देश-विदेश के नामचीन रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ एमओयू एवं कोलेबोरेशन के साथ एकेएस यूनिवर्सिटी सतना इस क्षेत्र में स्वास्थ्य एवं कृषि की गुणवत्ता सुधारने में अहम भूमिका भी निभाएगी।