प्राचीन धरोहरें हमें अपनी समृद्ध विरासत का एहसास कराती है और इस खज़ाने को संवारने और सुरक्षित रखने की जिम्मेदार हम सबकी है। बुलंदी और प्रचीन गौरव को निहारना हमेशा ही उर्जादायक है। एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में ‘‘वल्र्ड हेरिटेज डे’’ के अवसर पर विद्यार्थियों को सतना के आस-पास फैले गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक संदर्भो पर कार्यक्रम रखकर जानकारी दी गई।
एकेएस विश्वविद्यालय के समाजकार्य विभाग द्वारा ‘‘विश्व धरोहर दिवस मनाया गया सर्वप्रथम प्रो0 राजीव सोनी व प्रो. भावना मिश्रा ने छात्र- छात्राओं को बताया कि विश्व में ऐसी प्रचीन इमारते जो धरोहर के रूप में विद्यमान है तथा प्राचीन सभ्यता का प्रतिनिधित्व करती है। उन्हें सुरक्षित रखने तथा उनके महत्व को बनाए रखने के लिए विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है।
कार्यक्रम के अगले चरण में उन्होंने सतना स्थित प्राचीन भरहुत स्तूप के महत्व को तथा जिले में स्थित अन्य प्राचीन इमारतों के बारे में संक्षिप्त रूप से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर समाज कार्य के छात्र-छात्राओं के अलावा विश्वविद्यालय के छात्र-छत्राऐं भी उपस्थित रहें। इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो. भूषण दीवान उपस्थित रहें तथा कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया।