सतना्! एकेएस विश्वविद्यालय के प्रो. वाइस चांसलर डाॅ0 हर्षवर्धन ने प्रजापति ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एवं राजयोग शिक्षा एवं शोध फाउंडेशन (आई.ई.आर.एफ) की स्पार्क (स्पीरीचुअल एप्लाकेसन्स रिसर्च कमेटी) प्रभाग द्वारा माउण्ट आबू राजस्थान में आयोजित ’सर’ (स्पिरीच्युल्टी इन रिसर्चस) कान्फ्रेंस में भाग लिया एवं ’सेल्फ टाक’ पर केन्द्रित तृतीय सत्र की अध्यक्षता की।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने कहा कि वर्तमान समाज में लोग भौतिक और बाह्य जगत से ही ज्यादा जुड़े हैं। अतः विविध प्रकार के तनावों से गुजर रहे हैं। आज का आदमी हर समय बेचैन है उसके पास भौतिक उपलब्धियाँ तो प्रचुर हैं परंतु वह शांत न होकर अशांत हैं। इस कारण समाज मंे विविध प्रकार के कुसमायोजन दिखाई पड़ते हैं। जिसके चलते समाज में कई प्रकार की अव्यवस्था के लक्षण (यथा आतंकवाद, नक्सलवाद, आत्महत्या, प्राकृतिक आपदायें और संकट पारिवारिक विघटन तलाक आदि) दिखाई पड़ते हैं। यह अत्यंत गंभीर हैं इससे सबक लेते हुए हमें आध्यात्मिक जीवन शैली अपनाने की ओर उन्मुख होना चाहिए। आध्यात्मिकता ही आगामी समाज को शांति एवं व्यवस्था प्रदान कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि इस कान्फ्रेंस में मध्य-प्रदेश राज्य से केवल डाॅ0 हर्षवर्धन को ही सत्र की अध्यक्षता करने का अवसर मिला था। कान्फ्रेंस मंे स्पार्क के सतना चेप्टर से डाॅ0 कल्पना श्रीवास्तव, डाॅ0 एस.सी.राय, डाॅ0 श्रवण तिवारी ने भी भाग लिया। दल का नेतृत्व सतना केन्द्र की बी.के. शशि दीदी ने किया।
स्मरणीय है कि राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित चार दिवसीय अधिवेशन में देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक, कुलपति एवं विषय विशेषज्ञों ने शोध पत्रों का वाचन किया।