एकेएस वि.वि. में मनाया गया गुरुपूर्णिमा पर्व
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के प्रासार में गुरुपूर्णिमा का पर्व हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया । गुरुव्र्रहमा, गुरुविष्णु गुरुदेवों महेश्वरः, गुरु साक्षात परब्रहमा, तस्मै श्री गुरुवे नमः... की आध्यात्मिक आभा के बीच गुरु की महिता पर वि.वि. के विद्यान कुलाधिपति माननीय श्री बी.पी.सोनी जी ने प्रकाश डाला और अपने वचनों की लौ से सभी जनों को गुरु की अलौकिक महिमा से परिचित कराते हुए कहा कि गुरु गोविंद दोउ खडे काके लागूं पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दिया बताय यानी गुरु का स्थान सर्वोच्च है। वि.वि. के कुलाधिपति और प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने इंजी. आर. के. श्रीवास्तव का विशेष सम्मान किया । इस मौके पर वि.वि. के सभी संकाय के शिक्षकों को यथोचित सम्मान देते हुए शाॅल एवं श्रीफल से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संपूर्ण वि.वि. परिवार शामिल हुआ।
AKS University
AKS University, Satna M.P.
डॉ हर्षवर्धन श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में ई प्रकाश सेन पीएचडी से सम्मानित
एकेएस विश्वविद्यालयए सतनाएप्रबंधन अध्ययन संकाय के ई प्रकाश सेन विंध्य क्षेत्र के विशेष संदर्भ के साथ विनिर्माण क्षेत्रों और सेवा क्षेत्रों के विश्लेषणात्मक अध्ययनष् पर शोध विषय के लिए पीएचडी से सम्मानित किया गया है। उनकी उपलब्धि डॉ हर्षवर्धन श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में तैयार की गई है। अनुसंधान का परिणाम कर्मचारियों की नौकरी से संतुष्टि और संगठन के प्रदर्शन के लिए संगठन को मानव संसाधन अभ्यास प्रदान करना है। उन्होंने साबित किया कि मानव संसाधन प्रथाओं के बिना यह संभव नहीं है और संगठन एक समय में सकारात्मक रूप से नहीं चल सकता है। इस शोध के तहत विंध्य क्षेत्र के तहत दोनों क्षेत्र ज्यादातर काम के माहौलए मूल्यांकन प्रणालीए नौकरी की सुरक्षाए वेतन स्तरए कर्मचारी और संतुष्टि संगठनात्मक प्रदर्शन के लिए नियोक्ता स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करते हैं। एकेएस परिवार ई प्रकाश को उनकी सफलता के लिए बधाई देता है और उनके भविष्य के सभी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता है।
एकेएस वि.वि. में नदी को जोडो अभियान के तहत कार्यक्रम
जल,जीवन एवं पर्यावरण का संरक्षण अहम- समर्थ सदगुरु भयाजी
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के प्रासार में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में नदी को जोडो अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि श्री समर्थ सदगुरु भयाजी सरकार ने कहा कि नदी को जोडा अभियान पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्शिता का सबूत है हमें इसे जल क्रान्ति के लिए आगे बढाना है। युवाओं की टोली जब कोई काम ठान लेती है तो वह एक बडे मुकाम तक पहुॅचती है आप सब भ इससे जुडें। जल, जंगल और जमीन का पर्यावरण में बडा महत्व है स्थानीय नदियों के संरक्षण के साथ ही उनकी सफाई का ध्यान रखना चाहिए उन्होंने उनकी अगुवाई में किए जा रहे परिमार्जित कार्यो का खाका अल्प समय में दिया और भविष्य की नदियों को जेाडनें से बनने वाली सुंदर कल्पना का खाका भी खींचा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने आहवान किया कि सर्वागीण विकास के लिए पल प्रबंधन अहम है। हमारी संस्कृति में नदियों को देवी माना गया है जैसे गंगा,यमुना,सरस्वती,केन,बेतवा जो भारतीय संस्कृति की पहचान है हमें इनकी पवित्रता के साथ जीवनदायी श्रोतो को भी जीवित रखने की दिशा में प्रयास करना होगा तभी हम अगली पीढी को अपनी सच्ची धरोहर सौप पाऐंगें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डाॅ.गजेन्द्र सिंह,नागेश,एडि.कमिश्नर,अर्बन एडमिनिस्ट्रेशन भोपाल ने इस मौके पर कहा श्री जल प्रबंधन से प्रगति भी होगी और प्यास भी बुझेगी। उन्होंने बताया कि समर्थ सदगुरु भयाजी सरकार की पूरा जीवन नदी को जोडो अभियान पर क्रियाशील है। डाॅ सिह ने वर्तमान में प्रशासनिक स्तर पर और स्थानीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासो का उल्लेख किया और बताया कि नदी जोडो अभियान के लिए सरकार और प्रशासन से भी निरंतर चर्चा होती है स्वयंसेवी संस्थाऐं भी अच्छा कार्य कर रही हैं। कार्यक्रम में वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हर्षवर्धन ने अतिथियों का अल्फाजों से स्वागत किया और बताया कि सर आर्थर थाॅमस एक ब्रिटिश सिंचाई इंजी.थे उन्होंने यह विचार 1858 में दिया था उन्होंने समर्थ सदगुरु भयाजी सरकार के कार्यो की भूरि भूरि प्रशंसा की। प्रो.आर.एस.त्रिपाठी ने मंच सं अपने अनुभव सभागार से साझा किए। विशिष्ट अतिथि चंदन अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में नदी को जोडो अभियान में समाज की सोच रेखांकित की। सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ माॅ वीणपाणि की अर्चना अक्षत के चावल, पूजा के पुष्ष्पों, सुगन्धित पत्रकों पल्लिकाओं के साथ धूप दीप करते हुए स्वर आराधना के साथ की गई।सर्वे भवन्तु सुखिनः की माॅ से अनुकम्पा करते हुए कार्यक्रम अगले पडाव की तरफ बढा जिसे डाॅ.दीपक मिश्रा ने संपन्न किया। कार्यक्रम में अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया और कार्यक्रम का मोमेन्टो ंभी प्रदान किया गया।
एकेएस वि.वि. के कम्प्यूटर विभाग के छात्रों की विजिट
सतना स्मार्ट सिटी की आईटी आधारित कार्यप्रणाली की मिली जानकारी
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के डिपार्टमेंट आफ कम्प्यूटर साइंस एण्ड एप्लीकेशन विभाग के एमसीए,बीसीए आनर्स और बीएससी,आईटी आनर्स के तकरीबन 60 से ज्यादा विद्यार्थियों ने विभागाध्यक्ष डाॅ. अखिलेश ए बाऊ, फैकल्टी शंकर बेरा, ब्रजेश सोनी, सीमा पटेल और रुपल श्रीवास्तव के साथ गवर्नमेंट आॅफ इंडिया , स्मार्ट सिटी सतना की संपूर्ण कार्यप्रणाली, कार्ययोजना, विस्तार प्रस्तावों और हाऊ आईटी सिस्टम वर्क हेयर के बारे मे विस्तार से जाना इसमें स्मार्ट सिटी क्या हैएस्मार्ट सिटी ट्रेन्डस,वन कैमरा मैनी यूजेज,स्मार्ट सिटी आडियो सल्यूशंस,इफेक्टिव पार्किंग मैनेजमेंट,कैमराज इंटीग्रेटेड इन स्मार्ट पोल्स,बसों का संचालन, प्रगति कार्यो का व्योरा और समार्ट सिटी सायबर सिक्योरिटी के बारे में स्मार्ट सिटी के आफिस इंचार्ज मि. धीरेन्द्र राजपूत से संपूर्ण विधिवत जानकारी प्राप्त की। इसी के साथ स्टूडेन्टस के साथ उन्होंने स्मार्ट सिटी की अन्य जानकारियाॅ जिसमें कमांड के साथ शेयरिंग कैसे होती है और स्मार्ट सिटी में इंटर्नशिप पाने, जाॅब के प्रास्पेक्ट से भी स्टूडेन्टस को गाइडलाइन मिली। विजिट के बाद स्टूडेन्टस ने अपने सवालों क ेजवाब भी प्राप्त किए।
एकेएस वि.वि. के पर्यावरण विज्ञान विभाग से संदीप कुमार कों पीएचडी एवार्ड
सतना। एकेएस वि.वि. सतना के पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ.महेन्द्र तिवारी के सुयोग्य मार्गदर्शन में संदीप कुमार कों पीएचडी एवार्ड हुई है उनका विषय सिलेकिटंग नाॅन कैटलिक रिडक्शन टेक्नाॅलाॅजी फाॅर नाइट्रोजन आक्साइड एमिशन कंट्रोल इन हाइडेलबर्ग सीमेंट इन इंडिया लिमिटेड,नरसिंहगढ,दमोह एन्ड इट्स इनवायर्नमेंटल इफेक्ट पर अपना शेध कार्य पूर्ण लगन,निष्ठा और समर्पण से पूर्ण किया है।इस शेाध के माध्यम से उन्होंने सीमेंन्ट प्लांट से निकलने वाली गैसीय प्रदूषक नाइट्रोजन आक्साइड और अमोनिया से होने वाली हानियों जैसे श्वांस की समस्या,एसिड रेन,कृषि को हो रहे नुकसान के विषय में विस्तार से बताया है। जिससे सभी वर्गो को इस बारे मे जानकारी हो सके। उनकी उपलब्धि पर गाइड डाॅ.महेन्द्र तिवारी,प्रो.जी.पी.रिछारिया,डाॅ.हर्षवर्धन एवं समस्त फैकल्टीज इन्वायर्नमेंट ने हर्ष व्यक्त किया है।
एकेएस वि.वि. में आईसीएसआई सतना स्टडी सेंटर की शुरुआत
एकेएसयू के साथ एमओयू ,सीएस ,कॅरियर काउंसिलिंग से छात्र हुए लाभान्वित
वि.वि. के दो छात्र साक्षी श्रीवास्तव और कृतिक जैन बन चुके हैं सीएस
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के प्रासार में एक गरिमामय कार्यक्रम एकाप्रो-2022 के दौरान आईसीएसआई, इंस्टीट्यूट आॅफ कंपनी सेक्रेटरी आॅफ इंडिया के सतना स्टडी सेंटर प्रारंभ करने की प्रक्रिया पूर्ण की गई। आईसीएसआई स्टडी सेंटर का शुभारंभ शुभ मुहूर्त में रिबन काटकर किया गया जिसे दोनो संस्थानों के प्रयास से संचालित किया जाएगा। इस मौके पर हस्ताक्षरित एमओयू के मूल बिंदुओं में चर्चा करते हुए बताया गया कि करार में पीएचडी मे डायरेक्ट एडमिशन, स्पेशलाइज ट्रेनिंग कार्यक्रम, पर्सनैलिटी ट्रेनिंग, स्टूडेन्टस गू्रमिंग, इंटरनेशनल एण्ड नेशनल सेमिनाॅर में सहयोग एवं सहभागिता, एक्सचेंज आॅफ फैकल्टी एण्ड रिसोर्सेस,टीचर्स कान्फ्रेन्स के साथ अन्य बिंदु शामिल रहे। मैत्री-एमओयू इ बुकलेट इस मौके पर विमोचित की गई और इसके दूरगामी और भविष्यात्मक आॅचित्य पर अतिथियों ने विस्तार से प्रकाश डाला। इसी कडी मे ंकॅरियर अवेयरनेश फाॅर स्टूडेन्टस के दौरान सीएस के माॅडयूल एवं समस्त व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि सीएस का पाठयक्रम सबसे कम खर्च में पूर्ण हो जाता है और इसमें नाम, और पैसा भरपूर है बस आप सीएस बनने की ठान लें। सीएस क्वालीफाय करने के तीन चरण होते हैं जिसमें फाउंडेशन, एक्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल शामिल है। कार्यक्रम के कोअॅार्डिनेटर विपुल शर्मा ने बताया कि एकेएस वि.वि. में पूर्व से ही संचालित कोर्सेस बीकाॅम, सीएसपी एवं सीएपी में ऐसे सिलेबस पर जोर दिया गया है जों विद्यार्थियों को सीएस के सिलेबस से परिचित करवाता है उल्लेखनीय है कि वि.वि. के दो स्टूडेन्ट साक्षी श्रीवास्तव और कृतिक जैन सीएस बन चुके हैं और भविष्य में इसमे गुणोत्तर विकास की असीम संभावनाऐं हैं। कुछ पल निकालकर अतिथियों ने यादगार के रुप में हर्बल गार्डेन में पौधा भी रोपा। कार्यक्रम में वि.वि. के प्रतिकुलपति डाॅ.हषवध्र्रन ने एकेएस वि.वि. की एकेडमिक एक्सीलेंस और प्रगति के विविध आयामों से उपस्थित जनों को रुबरु कराया कार्यक्रम के दौरान वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा कि उत्तरोत्तर नए पाठ्यक्रम आज की जरुरत है सीएस एक प्रभावशाली क्षेत्र है जिसमें 72 चैप्टर,70000 हजार एक्टिव मेम्बर्स और सात लाख के करीब परस्यूइंग स्टूडेन्टस हैं हम संस्था से जुडकर गौरवान्वित महसूस कर रहे है।प्रतिकुलपति प्रो.आर.एस.त्रिपाठी ने कहा कि एकेएस वि.वि. प्रयोगों के साथ है और नवीनता का हम स्वागत करते हैं। सीएस आशीष करोडिया,रिजनल काउंसिल मेम्बर ने स्टडी सेंटर की शुरुआत को एक महत्वपूर्ण पल बताया जिसमें एकेएस वि.वि.सतना और इंस्टीट्यूट आॅफ कंपनी सेक्रेटरी आॅफ इंडिया शामिल है। कार्यक्रम को विवेक नाइक, चेयरमैन, भोपाल चैप्टर, सीएस प्रवेश धवन, वाइस चेयरमैन,सीएस प्रणय पटेल, ने संबोधित किया। सीएस आर.के.मिश्रा, सीएस अर्पित सूरी, सीएस अभिषेक मिश्रा, सीएस अमरदीप दुग्गल,सीएस किशोर गुप्ता, सीएस बालेश, भास्कर सीएस के साथ एडवेाकेट अनुरुप दत्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ माॅ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन, सरस्वती वंदना और माल्पार्पण के बाद स्वागत गीत के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए। अतिथियों को कार्यक्रम का मोमेन्टो प्रदान किया गया। कार्यक्रम में आर्गनायजर विपुल शर्मा, फैकल्टी भरत सोनी, विपिन सोनी,डाॅ. धीरेन्द्र ओझा के साथ कामर्स के अन्य फैकल्टी मेम्बर्स उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी मोनू त्रिपाठी और सीएस दीक्षा पाण्डेय ने किया।
चन्दन सिंह और कृष्ण मिश्रा ने संघटनात्मक व्यव्हार विषय पर लिखी पुस्तक
एकेएस विश्विद्यालय में प्रभंधन संकाय के दो सहायक प्राध्यापक चन्दन सिंह और कृष्ण मिश्रा ने संघटनात्मक व्यव्हार विषय पर पुस्तक लिखी। पुस्तक का नाम ष् इंडिविजुअल एंड ओर्गनाइजेशनल बेहेवियरष् है। प्रबंधन के हिसाब से यह पुस्तक काफी अहम् है। इस पुस्तक में प्रबंधन के छात्रों को कई महत्त्वपूर्ण बिंदुओं जैसे संगठन अवधारणा और प्रक्रियाए उनकी परिभाषायेंए प्रकृति वा विशेषतआऐं महत्व ए वर्गीकरणए औपचारिक संगठन विशेषताएंए गुणए दोषए अनौपचारिक संगठन के अन्तरए पारस्पारिक संबंधए एक आदर्श संगठन की विशेषताएंए संगठन के सिद्धांतए ख़राब संगठन के दुष्प्रभाव संगठन के तत्वए संरचनात्मक प्रकायत्मिक द्रिष्टिकोंड अथवा संगठन का शास्त्रीय सिद्धांतए सामाजिक मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोड अथवा नव .प्रतिष्ठित विचारधारा अथवा मानववादी दृष्टिकोड़ नौकरशाही विचारधारा का सिद्धांत ए व्यवहारबादी विचारधारा ए क्रीड़ा सिद्धांतए विनिश्चय सिद्धांत ए सूचना सिद्धांतए समूह सिद्ध्नात ए संचार.साधन सिद्धांत प्राणी विज्ञान विचारधारा ए नेतृत्व आवश्यकताएं ए आवश्यक गुण ए भावी नेताओं का विकास ए नेतृतव की बाधाएं ए व्यवहारात्मक सिद्धांत इसका उल्लेख इन्होने अपनी पुस्तक में किया है। इस उपलब्धि पर प्रोण् चांसलर अनंत कुमार सोनीए डॉ वीण् श्रीवास्तवए डॉ आरण्एसण् त्रिपाठीए एवं विभाध्यक्ष डॉ कौशिक मुख़र्जी तथा उनके विभाग के समस्त साथियों ने बधाई दी।
एकेएस वि.वि. के इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल डिप्लोमा छात्र चयनित
जिंदल साॅ लिमिटेड,गुजरात में बतौर डिप्लोमा इंजी.करेंगे कार्य
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के सभी विभागों में कैम्पस प्लेसमेंट का क्रम निरंतरता के साथ जारी है यह सभी संकायों में शैक्षणिक गुणवत्ता की बदौलत हो रहा है वि.वि. के सभी छात्र रोजगारोन्मुखी इसलिए बन पा रहे हैं क्योकि वि.वि. में व्यापक सही ज्ञान का दृष्टिकोंण, स्टूडेन्ट कौशल हेतु इंडस्ट्री विजिट, गेस्ट लेक्चर,सामाजिक और नैतिक मूल्यों को स्टूडेन्टस में इन्कैल्केट करने के लिए आध्यात्मिक शिक्षा के साथ ऐसी संस्कृति को बढावा दिया जाता है जहाॅ छात्र अपनी विशिष्ट स्किल्स को उद्यमिता के साथ भी जोडें। छात्र रोजगार क्षमता वाले बने, जिंदल साॅ लिमिटेड में कैम्पस सेलेक्शन की बात करें तो10 इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल डिप्लोमा छात्र चयनित हुए हैं जिसमें महेश प्रताप कुशवाहा, रितिक सिंह, सूजल मिश्रा, आकाश सिंह, शीवेन्द्र त्रिपाठी, नीरज साहू, यश कार्तिक, आफताब खान, दुर्गेश सिंह, संजय कुशवाहा शामिल है। इन छात्रों को इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल डिप्लोमा विभाग में उत्कृष्ट नाॅलेज, प्रौद्योगिकी मे सिद्वहस्तता, सिलेबस के नवाचार और उद्यमिता का लाभ मिला है। आपको बता दें कि लगातार चल रहे कैम्पस के कार्यक्रम मे सभी संकाय के छात्र-छात्राऐं लाभान्विचत हो रहे हैं। चयनित छात्रों का चयन दो लख चालीस हजार पर एनम के साथ फूडिंग,लाॅजिंग और अन्य एलाउंसेस पर गुजरात रीजन के लिए किया गया है। इनका चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के बाद हुआ है। सभी दस चयनित छात्रों को भविष्य में शानदार कार्यअवसर और प्रमोशन के अवसर मिलेंगें। वि.वि.के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,इंजी.डीन प्रो.जी.के.प्रधान, टेªनिंग एण्ड प्लेसमेंट आॅफीसर बालेन्द्र विश्वकर्मा ने सभी 10 छात्रों के चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। छात्रों ने अपने गुरुजनों और माॅ पिता के प्रति आभार व्यक्त किया है।
एकेएस वि.वि. के चार छात्रों का जायसवाल नीको इंडस्ट्रीज के चयन
बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी टेक्निकल एवं अन्य पदों पर चयन ,भविष्य सुनहरा
सतना। जायसवाल नीको इंडस्ट्रीज रायपुर ने एकेएस वि.वि. में अपने स्टील प्लांट के लिए योग्य प्रोफेशनल्स चुने ,कंपनी 1996 में स्थापित होकर अब अपने कैप्टिव पावर प्लांटस जिसकी कैपासिटी 60 एमडव्ल्यू है के साथ आयरन मेंकिंग में विकासशील नाम है। इसके पूर्व एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के सभी विभागों में कैम्पस प्लेसमेंट अनवरत जारी है यह सभी संकायों में शैक्षणिक गुणवत्ता की बदौलत हो रहा है वि.वि. के सभी छात्र रोजगारोन्मुखी बन रहे हैं कारण सही ज्ञान दृष्टिकोंण, कौशल, सामाजिक और नैतिक मूल्यों को स्टूडेन्टस में इन्कैल्केट किया जाता है वहीं ऐसी संस्कृति को बढावा दिया जाता है जहाॅ उद्यमिता का भी विकास हो। कैम्पस सेलेक्शन की बात करें तो जायसवाल नीको इंडस्ट्रीज लिमिटेड,रायपुर में एकेएस वि.वि. के बी.टेक. इलेक्ट्रिकल से प्रिंस पाण्डेय बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी, बी.टेक मैकेनिकल के रुपेश मिश्रा और अमर सिंह बतौर जूनियर मैनेजमेंट ट्रेनी तथा शिवप्रसाद गुप्ता का डिप्लोमा,इलेक्ट्रिकल का चयन डिप्लोमा, एप्रेंटिस पद के लिए किया गया है। अपने चयन से स्टूडेन्टस प्रसंन्न है। लगातार चल रहे कैम्पस के कार्यक्रम मे सभी संकाय के छात्र-छात्राऐं लाभान्विचत हो रहे हैं। जायसवाल नीको में चयनित छात्रों को अच्छे पैकेज पर नियुक्ति के साथ भविष्य में शानदार कार्यअवसर और प्रमोशन के अवसर मुहैया होगें सैलरी के साथ उन्हें आवास और अन्य कन्वेन्स भी निःशुल्क प्रदान किए जाऐंगें।स्टूडेन्टस 4 जुलाइ्र को कंपनी में ज्वायनिंग देंगें।वि.वि.. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट आॅफीसर बालेन्द्र विश्वकर्मा ने छात्रों के चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
एकेएस वि.वि. के छात्र अल्ट्राटेक में बने क्वालिटी कंट्रोल ट्रेनी
क्वालिटी डिपार्टमेंट में देंगें अपनी सेवाऐं -मिलेगें प्रमोशन के अवसर
सतना। एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के सभी विभागों में कैम्पस प्लेसमेंट का क्रम बदस्तूर जारी है यह सभी संकायों में शैक्षणिक गुणवत्ता की बदौलत हो रहा है वि.वि. के सभी छात्र रोजगारोन्मुखी बन रहे हैं कारण वि.वि. में सही ज्ञान दृष्टिकोंण, कौशल, सामाजिक और नैतिक मूल्यों को स्टूडेन्टस में इन्कैल्केट किया जाता है वहीं ऐसी संस्कृति को बढावा दिया जाता है जहाॅ उद्यमिता का भी विकास हो और छात्र रोजगारक्षमता वाले बने, कैम्पस सेलेक्शन की बात करें तो बेसिक साइंस विभाग के छात्रों को उत्कृष्ट नाॅलेज, प्रौद्योगिकी मे सिद्वहस्तता, सिलेबस के नवाचार और उद्यमिता का लाभ मिल रहा है, वि.वि के बेसिक साइंस विभाग के तीन छात्रों का मैहर के अल्ट्राटेक सीमेंट मे चयन हुआ है। उन्हें क्वालिटी विभाग मेें बतौर क्वालिटी कंट्रोंल ट्रेनी कार्य करना होगा। अपने चयन से श्रुति शर्मा, मुस्कान चैरसिया और उमंग पाण्डेय सभी बीएससी कैमेस्ट्री प्रसन्न है। लगातार चल रहे कैम्पस के कार्यक्रम मे सभी संकाय के छात्र-छात्राऐं लाभान्विचत हो रहे हैं। चयनित छात्रों का चयन बतौर साढे तीन लाख सालाना व अन्य रिम्युनरेशन के साथ मैहर म.प्र. रीजन के लिए किया गया है। चयनित छात्रों को अच्छे पैकेज पर नियुक्ति के साथ भविष्य में शानदार कार्यअवसर और प्रमोशन के अवसर मुहैया होगें। वि.वि.. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,इंजी.डीन प्रो.जी.के.प्रधान, डीन प्रा.े.आर.एन.त्रिपाठी,डाॅ.नीलेश राॅय, डाॅ.दिनेश मिश्रा एवं टेªनिंग एण्ड प्लेसमेंट आॅफीसर बालेन्द्र विश्वकर्मा ने तीनों छात्रों के चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।