एकेएस वि.वि. सतना के Department of mining के 60 विद्यार्थियों ने IIT,IASAM धनबाद में आयोजित तीन दिवसीय टेक फेस्ट-खनन 2019 में अपना परचम लहराया है और कई स्पर्धाओं में चमचमाती trophy अपने हाथ की। एकेएस वि.वि. सतना को Best participant award mining और Best College award से सम्मानित किया गया। इस Fest में देश भर के IIT,IASAM के 30 से ज्यादा engineering संस्थानों और 1200 विद्यार्थियों के बीच एकेएस वि.वि. के विद्यार्थियों ने अपनी मेघा से सभी को प्रभावित किया और अपनी प्रतिभा का भरपूर प्रदर्शन करके तारीफ और award हासिल किए। रविवार को विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। एकेएस वि.वि. के होनहार students रितेश तिवारी और प्रशान्त शर्मा को Best leader और Campus एम्बेसडर के लिए चयनित किया गया। Event mino ware जो mining में innovation के लिए प्रदान की जाती है इस स्पर्धा में रितेष तिवारी, वैभव द्विवेदी और प्रशान्त शर्मा ने प्रथम रैंक हासिल की और इसका Announcing होते ही चारो तरफ हर्ष का माहौल व्याप्त हो गया। event आईडिएट में तीसरी रैंक रितेश तिवारी, वैभव द्विवेदी और प्रशान्त शर्मा ने हासिल की इस स्पर्धा में थ्रू द अर्थ Communication system के accurate विजन के लिए उनका चयन किया गया। event निर्वाण जो case study था इसमें द्वितीय Rank एकेएसयू को प्राप्त हुई। (position and scanning by blood and tissues) पीएसबीटी technology पर paper present करने के दौरान एकेएसयू को First Rank मिली और विद्यार्थियों को PSBT Technology जो कि Radio frequency,Bio magnetism,By sensor और Doppler ultrasound के आधार पर कार्य करेगी इस पर प्रोजेक्ट का Offer मिला जो गौरव की बात रही। एकेएस वि.वि.को First championship trophy, IIT, IASAM, धनबाद से प्राप्त हुई।उल्लेखनीय है कि एकेएस वि.वि. के सर्वाधिक 60 विद्यार्थियों ने विभिन्न स्पर्धाओं में भाग लिया और खुब कडी टक्कर सभी प्रतिस्पधाओं में दी। आईआईटी, आईएसएम धनबाद के डायरेक्टर,प्रो.बीएसएमआर मूर्ति,विभागाध्यक्ष mining,IIT,IASAM धनबाद,प्रो.धीरज कुमार, एकेएस वि.वि.के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रो.पारितोष के.बनिक, इंजी. डीन डाॅ.जी.के.प्रधान के साथ सभी फैकल्टीज ने विद्यार्थियों को बधाई दी है। इसके पूर्व भी वि.वि. के विद्यार्थी विविध स्तरों पर अपनी प्रतिभा अपने योग्य फैकल्टीज और वि.वि. के सहयोग से दिखा कर संस्था और अपने परिजनों का नाम रोशन कर चुके हैं।
AKS University
AKS University, Satna M.P.
एकेएस वि.वि. सतना के कृषि एवं तकनीकी संकाय में आयोजित तीन दिवसीय #National Seminar का भव्य समापन सतना संसद गणेश सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। अतिथि परिचय वि.वि. के ओएसडी प्रो.आर.एन त्रिपाठी ने दिया और संचालन Agriculture Faculty शिवांगी नें करते हुए कहा कि भारत के जन-जन की असली मूरत झलकाते हमारे गाॅव आज उर्जा और उन्नति के श्रोत की तरह दुनिया में देश का नाम रोशन कर रहे है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गणेश सिंह ने अपने उदबोधन में कहा कि नए भारत का सृजन हो रहा है किसानों की कुटिया से, हल के जुॅए से, झेापडी से कृषि अब माॅल तक पहॅुच गई है उन्होने कहा कि देश के अनेक ऐसे ग्राम हैं जो शिक्षा,खेती में गुम् की भूमिका में है। Maihar का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि यहाॅ का किसान उन्नत टमाटर की खेती करके पाॅच कुरई के खेत में एक लाख से ज्यादा की इंकम प्रति 90 दिन मे कमा रहा है। अगर तकनीक के लिए ग्रामीणों के मन मे विश्वास पैदा किया जाए और किसानों को जागरुक किया जाए जैसा कि एकेएस वि.वि.रावे के माध्यम से लगातार कर रहा है उससे विकास होगा। भारत सरकार ने वि.विद्यालयों को दायित्व सौंपा है कि वह 50 गाॅवों को गोद में लें और उनमें तकनीकी ज्ञान का संचार करें। एकेएस वि.वि. के इस National seminar जो कृषकों की Income doubling पर है पर उन्होने किसानों को सुझाव दिया कि खेती के साथ,फलदार पौधे रोपें,मत्स्य पालन करें,दुग्ध व्यवसाय भी शामिल करें। उन्होंने कार्यक्रम के विषय की सराहना करते हुए कहा कि कृषि को रोजगारोन्मुखी बनाने तथा कृषकों की आय में बढोत्तरी करने हेतु किया गया यह अभिनव प्रयोग बधाई दी।उन्होने वि.वि. से आग्रह किया कि National conference के निष्कर्ष को उन्हें दिया जाए और इसे वह माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेट करके निवेदन करेगें कि इसके निष्कर्ष नीति में शामिल करें। उन्होने वि.वि. के प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा की। डाॅ.अखिलेश पाण्डेय, पूर्व चेयरमैन,निजी वि.वि. विनियामक आयोग के पूर्व चेयरमैन ने Food proccecing, preservation, Poly house, सम्पूर्ण खेती जिसमें कोदो,कुटकी,ज्वार,बाजरा,मक्का,चना आदि के फायदे गिनाए। ग्रामीण विकास की अवधारणा पर उन्होने सुझाव दिए। विज्ञान और तकनीक गाॅव-गाॅव पहुॅचे research सस्ती और मौलिक हो,उर्जा संरक्षण और पर्यावरण के हित की बात उन्होंने की। कृषक हित में किए गए कार्य को उन्होंने अहम बताया।कार्यक्रम में गणेश सिंह व डाॅ.अखिलेश पाण्डेय की उपस्थिति मे साॅविनियर का विमोचन किया गया।
टेक्निकल सेशन जिसमें प्रस्तुत हुए अहम सुझाव
डाॅ..भूपेन्द्र सिंह,principal scientist, IARI ने बताया कि सूक्ष्म पोषक तत्वों को मृदा में शामिल करके उत्पादन बढाया जा सकता है। डाॅ.डी.आर.जोशी,जेएनकेवी,ने उन्नत किस्म के बीज से किसान आय को दोगुना करने के गुर बताए। डाॅ.हर्ष मेहता,देहरादून ने खाद्य संरक्षण और परिरक्षण के द्वारा मोटे अनाज किसानों को इंकम बढाने का श्रोत बताया। Agroforestry and Landscaping पर श्री.आर.सी.त्रिपाठी ने तर्कसंगत व्याख्यान दिया जो सराहा गया। डाॅ.बालाजी बिक्रम सिंह ने The Study And effect of different pre treatments on physico chemical property of well candy, पूर्णिमा सिंह ने ,effect of application of fosforus and Micronutrients of sweet orange ,सात्विक बिसारिया ने attitude of student towards rural work experience ,alternative Increse means of increse Formos Income,संतोष कुमार और Craft management by organic aspect पर अतुल का कार्य प्रशंसनीय रहा। technical Session के विषय Agriculture Biotechnology, Agroforestry and Landscaping ,agriculture processing and food technology रहा जिसमें जैव प्रौद्योगिकी के माध्यम से टिकाउ खेती के द्वारा कृषकों की आय 2022 तक दोगुनी करना विषय पर गहन विमर्श हआ।
ये रहे National seminar कार्यक्रम के तीसरे दिन उपस्थित,हुआ साॅविनियर का विमोचन
वि.वि. के प्रासार में प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक,डाॅ.हर्षवर्धन,प्रो.आर.एस.त्रिपाठी,ओएसडी. प्रो.आर.एन.त्रिपाठी, डाॅ.एस.एस.तोमर, डाॅ.के.आर.मौर्या, डाॅ.आर.एस.पाठक, डाॅ.डूमर सिंह, डाॅ. अभिशेक सिंह, डी.पी.चतुर्वेदी, इंजी.अजीत सराठे, संजीव सिंह ,अयोध्या पाण्डेय, एकेएस वि..वि. के बी.एस.सी.एग्रीकल्चर, आनर्स,डिप्लोमा एग्रीकल्चर,बी.टेक.एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग,एमएससी, एग्रीकल्चर के 1200 से ज्यादा विद्यार्थी, 250 विभिन्न प्रदेशों के महाविद्यालयों के स्टूडेन्टस, 50 डेलीगेटस, उपस्थित रहे।
वेलीडेकटरी सेशन के दौरान किया गया अतिथियों और डेलीगेट्स का सम्मान
वेलीडेक्टरी सेशन के दौरान अतिथियों और डेलीगेट्स का सम्मान किया गया प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।तीन यंग साइंटिस्ट एवार्डपूनम यादव,दिल्ली,के.के.पाण्डेय और बसुंधरा शर्मा को प्रदान किए गए।पाॅच और छः सितम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान गीत संगीत और नृत्य की प्रस्तुति से सभागार गुलजार रहा जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। वि.वि. के चेयरमैन ने हर प्रतिभागी से मिलकर उनका हौसला बढाया।
एकेएस वि.वि. सतना के Department Of Agriculture science and Technology संकाय में तीन दिवसीय #National Seminar के दूसरे दिन पूरे भारतवष से कृषि वैज्ञानिक और डेलीगेट्स आए और कार्यक्रम की सराहना की कृषि को रोजगारोन्मुखी बनाने तथा कृषकों की आय में बढोत्तरी करने हेतु नवीन अनुप्रयोगों पर विस्तार से चर्चा हुई।-Technical session जिसमें प्रस्तुत हुए- अहम सुझाव technical session चार का विषय Live-Stoke management and Hitech horticulture, पाॅचवाॅ सेशन Agro-ecosystem and Environmental management, छठवाॅ सेशन farm management and agribusiness Management रहा जिसमें जैव प्रौद्योगिकी और टिकाउ खेती के द्वारा कृषकों की आय 2022 तक दोगुनी करना विषय पर विस्तृत चर्चा हुई। तकनीकी सत्र में Agronomy, कृषि वनिकी, पशुपालन, कृषि अर्थशास्त्र पर विस्तृत व्याख्यान हुए ओरल और Poster presentation के दौरान Live Stock Management and Hitech agriculture पर 50 से ज्यादा paper present किए गए। और किसानों की वास्तविक समस्या को जानकारों ने समझा और समाधान प्रस्तुत किए साथ ही शासन द्वारा संचालित विभिन्न लाभदायक योजनाओं का विवरण भी प्रस्तुत किया। वि.वि. की इस सकारात्मक पहल की सराहना भी की। किसान अदालत में आए 500 से ज्यादा अंचल के किसान बहुप्रतीक्षित बृहद किसान अदालत में 500 से ज्यादा किसानों ने सहभागिता दर्ज कराते हुए खेती में आ रही समस्याओं पर अधिकारियों के समक्ष अपनी बात खुलकर रखी। किसान अदालत के दौरान डाॅ. अखिलेश पाण्डेय जी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वि.वि. हमेशा इनोवेशन पर कार्य करता है उन्हांेने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कम्युनिटी development पर कार्य किया जाना चाहिए और कम्युनिटी यंत्रों के माध्यम से लागत घटाकर उपज पग्दा करने की कोशिश किसान भाई करें व आपस में बैठकर जरुरतें तय करें, खेत-खलिहान ,मृदा व बीज की जानकारी कृषि केन्द्रो से प्राप्त करे व परामर्श लें जिससे वह ज्यादा फायदा ले सके। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री बाबूलाल दाहिया ने कहा कि परम्परागत खेती अभी भी विकास के नए आयाम तय कर सकती है जिसमें लागत कम आती है व उत्पादन बढेगा इसी के साथ उन्होने अपने अन्य तर्कसंगत सुझाव भी दिए। विषय पर विशेषज्ञों से चर्चा को किसानों ने अहम बताय इस मौके पर डाॅ. नीरज वर्मा ने बताया कि एकेएस वि.वि.के एग्रीकल्चर संकाय के रावे छात्रों के माध्यम सेे ज्यादा से ज्यादा गाॅवों में जागरुकता कार्यक्रम किए जाऐंगें। आर्गनायजिंग सेक्रेटरी शैम्पी जैन ने कहा कि किसानों के लिए बुलेटिन बनाकर उन्हे मासिक रुप से दिया जाएगा जिससे वह technology से अवगत होकर बेहतर उत्पादन प्राप्त करें। ये रहे National seminar कार्यक्रम के दूसरे दिन उपस्थित वि.वि. के प्रासार में डाॅ. रामप्रसाद, पूर्व ,पीसीसीएफ, म.प्र.सरकार और पूर्व वाइस चांसलर बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी,डिप्टी डायरेक्टर श्री गिरीष कुमार, विशिष्ट अतिथि डाॅ.आर.एस.नेगी, केवीके, मझगवाॅ, कार्यक्रम के अध्यक्ष डाॅ. अखिलेश पाण्डेय, पूर्व चेयरमैन, एम.पी.प्रायवेट यूनिवर्सिटी और रानी दुर्गावती वि.वि. में कार्यरत, प्रो.बी.एस.बिसेन,विपिन व्योहार,पूर्व चेयरमैन,एमपी.पीएससी, प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक, विशिष्ट अतिथि पद्मश्री बाबूलाल दाहिया, डाॅ.हर्षवर्धन, ओएसडी. प्रो.आर.एन.त्रिपाठी, डाॅ.एस.एस.तोमर, डाॅ.के.आर.मौर्या, डाॅ.आर.एस.पाठक, डाॅ.आर.सी.मिश्रा, श्री धीरेन्द्र चतुर्वेदी, अजीत सराठे, सात्विक सहाय बिसारिया, संतोष श्रीवास्तव उपस्थित रहे। इस दौरान एकेएस वि..वि. के बी.एस.सी. एग्रीकल्चर, आनर्स, डिप्लोमा एग्रीकल्चर, बी.टेक.एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, एमएससी, एग्रीकल्चर के 1200 से ज्यादा विद्यार्थी, 250 विभिन्न प्रदेशों के महाविद्यालयों के स्टूडेन्टस, 45 डेलीगेटस, 500 से ज्यादा संख्या में किसान बंधु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी शिवानी ने किया। समापन अवसर पर तीसरे दिन एकेएस वि.वि. में आयोजित नेशनल कान्फ्रेन्स में सतना सांसद श्री गणेश सिंह की उपस्थित उल्लेखनीय रहेगी। कार्यक्रम सेन्ट्रल हाॅल,सी.11 और विवेकानंद सभागार में चल रहे है।कार्यक्रम के अंत मे सभी अतिथियों को मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया।
एकेएस वि.वि. सतना के Department Of Agriculture Science And Technology संकाय में तीन दिवसीय National seminar का आयोजन नियत किया गया है जो नाबार्ड और मैपकास्ट द्वारा स्पांसर्ड, सोसायटी फाॅर बायोइन्फार्मेटिक्स And Biological Science, इलाहाबाइ के association और KJS Cement की कोस्पाॅसरिंग में आयोजित होगा। इसका विषय जैव प्रौद्योगिकी और टिकाउ खेती के द्वारा कृषकों की आय 2022 तक दोगुनी करना है। Biotechnology And sustainable Agriculture For Doubling For Forms Income By 2022 National seminar पाॅच, छः और सात सितम्बर को होगा जिसमें अतिथि नाबार्ड के चीफ जनरल मैनेजर मि. एस.के.बंसल होगें additional Chief secretary एम.पी.काउंसिल Of India मुकेश अग्रवाल उपस्थित रहेंगें।National seminar में तीन दिवसीय नेशनल सेमिनाॅर की आर्गनायजिंग secretary शैम्पी जैन, कन्वीनर संजीव सिंह और कोआर्डिनेटर डाॅ.नीरज वर्मा हैं। कार्यक्रम में वि.वि. के कुलाधिपति श्री.बी.पी.सोनी,प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी,कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक,प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी,डाॅ.हर्षवर्धन, ओएसडी. प्रो.आर.एन.त्रिपाठी, डाॅ.एस.एस.तोमर, डाॅ.के.आर.मौर्या, डाॅ.आर.एस.पाठक, इंजी. अजीत सराठे, इंजी. राजेश मिश्रा, प्रबुद्वजन विषय विशेषज्ञों के साथ बी.एस.सी. एग्रीकल्चर,आनर्स, डिप्लोमा एग्रीकल्चर, बी.टेक.एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, एमएससी,एग्रीकल्चर के पूर्व और 2019 बैच के विद्यार्थी,डेलीगेटस,विभिन्न महाविद्यालयों के साथ सतना जिले के कृषक बंधु उपस्थित रहेगें।
एकेएस वि.वि. सतना के "Department Of Agriculture Science And Technology" संकाय में तीन दिवसीय National Seminar का शुभारंभ अतिरिक्त मुख्य सचिव म.प्र. शासन मनोज श्रीवास्तव, आईएएस ने किया, मुख्य अतिथि की आसंदी से उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए उन्होंने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाऐं दीं और जीवन के कुछ स्वतःअनुभूत पल भी Shear किए। कृषि विषय पर अपने ज्ञान की गहरी छाप छोडते हुए उन्होने animal husbandry और आध्यात्म पर चिंतन योग्य विचार रखते हुए विषयवार कृषि की प्राचीन पद्वति पर चर्चा की और कहा कि प्राचीन समृद्व सांस्कृतिक परम्परा बरकरार रहे और फिर Biotechnology का समायोजन हो पर भारतीय परिवेश की और वसुधा की चिंता जरुर की जाए। जिससे ecosystem प्रभावित न हो। म.प्र. आधुनिक Agriculture और वर्तमान नवीन कृषि पद्वति का जन्मदाता है animal husbandry ओर Agriculture एक दूसरे के पूरक हैं पशु स्वस्थ होगा तो मनुष्य भी स्वस्थ रहेगा क्योंकि हम एक दूसरे के सानिध्य मे रहते हैं। Agriculture पहले संस्कृति है हमें किसानों कीIncome Double करनी है यह बहुत उचित विचार है पर पृथ्वी के भीतर स्थित संतुलन को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है।हरित क्रांति का दौर आया तो हमने Technology पर भरोसा किया दूसरी हरित क्रांति की बात आ रही है तो फिर Technology का कार्य होगा। Technology शामिल करें पर परिस्थितिकीय संतुलन बरकरार रहे। उन्होंने वि.वि. के विभिन्न कोर्सेस की तारीफ की और Animal Anesthesia,Animal massage ओर Animal physiotherapy जैसे कोर्सेस प्रारंभ करने का सुझाव दिया उन्होंने कहा कि देशज ज्ञान अभी भी समृद्व है इसको आगे बढाने का समय है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नाबार्ड के चीफ जनरल मैनेजर मि.एस.के.बंसल ने कहा कि भारतवर्ष मे कृषि की अपरिमित संभावनाऐं व्याप्त हैं अभी तक एक एकड में दस हजार रुपये कमाने वाला किसान इसी एक एकड से छः लाख महीने की इंकम पाॅली हाउस व अन्य Technology के माध्यम से कमा रहा है। कृषक, महिलाऐं, रुरल कलाकार, रुरल युवा सभी को जोडकर और उनके हुनर को पहचान कर आगे बढाने की जरुरत है किसानों की चिंता सरकार को भी है और नाबार्ड के माध्यम से उन्हे समृद्व बनाने की पहल की जा रही है। एकेएस वि.वि.के एग्रीकल्चर संकाय के रावे छात्रों के 33 से ज्यादा गाॅवों में जागरुकता कार्यक्रम ओर पहल की उन्होने मुक्त कंठ से प्रशंसा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वि.वि. के कुलाधिपति बी.पी.सोनी ने कहा कि आजादी के बाद भारत में कृषि का उत्पादन काफी बढा है अब सिंचाई का रकबा बढाने की जरुरत है और किसानों को सही फसल उत्पादन की सीख देने और सही मुल्य कैसे प्राप्त करें यह बताने की जरुरत है। जैव प्रौद्योगिकी और टिकाउ खेती के द्वारा कृषकों की आय 2022 तक दोगुनी करना विषय पर विस्तृत चर्चा के साथ तकनीकी सत्र में कई पेपर प्रजेन्ट किए गए। कार्यक्रम में वि.वि. के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.पारितोष के बनिक, प्रतिकुलपति डाॅ.आर.एस.त्रिपाठी, डाॅ.हर्षवर्धन, ओएसडी. प्रो.आर.एन.त्रिपाठी, डाॅ.एस.एस.तोमर, डाॅ.के.आर.मौर्या, डाॅ.आर.एस.पाठक, कोआर्डिनेटर डाॅ.नीरज वर्मा, डाॅ. अभिषेक सिंह, इंजी. अजीत सराठे, इंजी. राजेश मिश्रा, रावे समन्वयक सात्विक सहाय बिसारिया, शीलेन्द्र उपाध्याय, संतोष श्रीवास्तव,रमा शर्मा, दीपनारायण, नवनीत राठौर, आशुतोष गुप्ता, आशुतोष मौर्या,विनीता देवी प्रबुद्वजन विषय विशेषज्ञों के साथ बी.एस.सी. एग्रीकल्चर, आनर्स, डिप्लोमा एग्रीकल्चर, बी.टेक. एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, एमएससी, एग्रीकल्चर के पूर्व और 2019 बैच के विद्यार्थी, डेलीगेटस,विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राऐं प्रमुख रुप से उपस्थित रहे। नाबार्ड और मैपकास्ट द्वारा स्पांसर्ड, सोसायटी फाॅर bioinformatics And Biological Science, इलाहाबाइ के association और KJS Cement की कोस्पांसरिंग में कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। National Seminar की organisation secretary शैम्पी जैन ने कार्यक्रम परिचय दिया और कन्वीनर संजीव सिंह ने तीन दिनों में होने वाले सत्र पर चर्चा की। शुभारंभ के बाद मनोज श्रीवास्तव ने विवि. के फूड टेक्नाॅलाॅजी के इन्क्यूबेशन सेंटर और समृद्व गौशाला के साथ समस्त परिक्षेत्रों का भ्रमण किया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को कार्यक्रम का मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी शिवानी ने किया।